पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा रविवार को बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने एक बार फिर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है. विजय सिन्हा ने कहा कि अगुवानी पुल मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय पैसा लेकर अधिकारी को प्रमोशन देने वाले लोग बक्शे नहीं जायेंगे. चुनाव के बाद इसकी जांच कराई जाएगी.
'दिल्ली और झारखंड सीएम जैसा होगा हाल': विजय सिन्हा ने कहा कि इनका हाल भी दिल्ली के मुख्यमंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री जैसा ही होगा. विजय सिन्हा ने दावा किया है कि इस चुनाव में बिहार के अंदर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है. ये कहीं न कहीं राजद द्वारा बिहार में अराजकता, नकारात्मक वातावरण, अपराध और भ्रष्टाचार को संरक्षित और पोषित करने के साथ-साथ अपराधियों को टिकट देकर अपराध को फलने-फूलने का जो संकेत दिया है, उसके खिलाफ हैं, जिसका जवाब पूरी ताकत से बिहार की जनता देगी.
"राजद की मानसिकता 18 साल के सुशासन और 15 वर्ष जंगल राज के मानसिकता के बाद भी नहीं बदली है, जिसका जवाब जनता अपने वोट के माध्यम से देगी. तेजस्वी यादव बड़बोले पिता के बड़बोले पुत्र हैं, जो झूठ फैला कर भ्रम का वातावरण बना रहे हैं. जिन्होंने कहा था कि वह रोजगार के लिए चिंतित हैं, नियुक्ति के लिए चिंतित हैं. उनके जैसे लोगों के कारण बिहार के लोग बेरोजगार हो गए."- विजय सिन्हा, उप मुख्यमंत्री, बिहार
अगुवानी पुल को लेकर साधा निशाना: विजय सिन्हा ने कहा कि जिसने अगुवानी पुल में गड़बड़ी की, उसपर कारवाई होनी चाहिए थी. पुल निर्माण में माल लेकर लिपापोती करने की शिकायत मिली है, जिसकी उच्च स्तरीय जांच कराएंगे. चुनाव के बाद अकूत संपत्ति बनाने वालों को नहीं बक्सा नहीं जाएगा. जिसने भी जनता की गाढ़ी कमाई को लूटा है, उसकी दुर्दशा तय है.
'चपरासी क्वार्टर में रहने वाले महलों के राजा बन गए': वहीं तेजस्वी यादव द्वारा बीजेपी को झुट्ठा पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा झूठे वादे करने के सवाल के जवाब में विजय सिन्हा ने कहा की ये राजा हरिश्चंद्र के खानदान के हैं, उनके बारे में लोग कहते हैं कि चपरासी क्वार्टर में रहने वाले महलों के राजा बन गए. जो प्रधानमंत्री के लिए शब्दों की मर्यादा का ख्याल तक नहीं करते.
"इनके द्वारा प्रधानमंत्री को लेकर जिन शब्दों का उपयोग किया जाता है, जिससे पता चलता है कि इनके पास शब्दों की मर्यादा नहीं है. पीएचडी विभाग में उन्होंने 1100 टेंडर को एक साथ रद्द करने का काम किया है, इतना ही नहीं बालू माफिया पर पूरी तरीके से शिकंजा कसने का आदेश भी उनके द्वारा दिया गया है."- विजय सिन्हा, उप मुख्यमंत्री, बिहार