मंडी : हिमाचल प्रदेश में विपक्ष सरकार को सरकारी कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन को लेकर घेरता रहता है. जिसे लेकर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने पलटवार किया है. मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री एक रोपवे के उद्घाटन को लेकर सराज में थे. सराज पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता विपक्ष जयराम ठाकुर का गृह क्षेत्र है. ऐसे में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम ठाकुर पर जमकर निशाना साधा, खासकर कर्मचारियों और पेंशनर्स के सैलरी और पेंशन के मामले पर उन्होंने नेता विपक्ष पर जमकर पलटवार किया.
मुकेश अग्निहोत्री ने क्या कहा
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से पूछा है कि वे बताएं कि किस कर्मचारी को सैलरी या पेंशनर को पेंशन नहीं मिली. मुकेश अग्निहोत्री ने सराज विधानसभा क्षेत्र के बाखली नेचर पार्क में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
जैसी मर्जी परिस्थिति रही हो हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों को तनख्वाह मिल रही है. वादियों में बैठकर जयराम ठाकुर बोलते हैं कि ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में सैलरी नहीं मिली. मैं जयराम ठाकुर से पूछना चाहता हूं कि एक आदमी ऐसा बताए जिसको सैलरी या पेंशन नहीं मिली. - मुकेश अग्निहोत्री, डिप्टी सीएम
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एचआरटीसी खरीदेगा एक हजार नई बसें
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस वर्ष हिमाचल पथ परिवहन निगम एक हजार नई बसें खरीदने जा रहा है. इनमें 750 इलेक्ट्रिक बसें होंगी जबकि 250 डीजल बसें होंगी. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से ऐसे रूट है जहां पर बड़ी बसें चल रही हैं और वहां सवारियों की कमी है. ऐसे रूट्स पर अब 18 और 22 सीटर टैम्पो ट्रेवलर चलाने की योजना है. निगम इन टैम्पो ट्रेवलर को खरीदने जा रहा है, सरकार की तरफ से निगम को 300 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के लिए राशि जारी कर दी गई है जबकि 300 और बसों की राशि भी जल्द ही जारी होने वाली है.
जनसभा को संबोधित करते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश रोपवे के लिए जाना जाएगा. यहां 1734 करोड़ की लागत से शिमला में विश्व के दूसरे सबसे बड़े रोप-वे का निर्माण किया जा रहा है. 14 किलोमीटर लंबा ये रोपवे राजधानी शिमला की ट्रैफिक जाम की समस्या को दूर करने में मददगार साबित होगा. इसी तरह 450 करोड़ की लागत से रोहतांग, 273 करोड़ की लागत से बिजली महादेव, 50 करोड़ की लागत से बाबा बालक नाथ मंदिर के लिए और 80 करोड़ की लागत से माता चिंतपूर्णी के लिए रोपवे निर्माण किया जा रहा है.
"रोपवे की दुनिया यूरोप, ऑस्ट्रिया, स्वीजरलैंड की दुनिया है. रोपवे के लिए इन देशों को जाने जाता है. रोपवे को हिमाचल में लाना बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन आज हिमाचल में रोपवे का निर्माण हो रहा है और रोपवे के मामले में देशभर में हिमाचल बहुत आगे है. आने वाले समय में जो लोग रोपवे के लिए यूरोप के देशों में जाते हैं वो हिमाचल का रुख करेंगे."
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