नई दिल्ली: दिल्ली के अलीपुर डीएम ऑफिस के बाहर मंगलवार को मजदूर संगठन के लोग एकत्रित हुए और दिल्ली में गैरकानूनी तरीके से चलाई जा रही फैक्ट्री के खिलाफ आवाज उठाई. बीते दिनों अलीपुर इलाके में लगी फैक्ट्री की आग में करीब 1 दर्जन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. मौत के बाद मुआवजे की घोषणा दूसरे दिन कर दी गई, लेकिन डीएम द्वारा अभी तक मुआवजे के लिए सर्वे नहीं किया गया और ना ही पीड़ित परिवार को मुआवजे की रकम मिली है.
अब मजदूर संगठनों की मांग है कि मुआवजे की रकम 10 लाख से बढ़कर 25 लाख की जाए. दिल्ली में चलाई जा रही रिहायशी इलाके की अवैध फैक्ट्रियों पर जल्द से जल्द कानूनी करवाई की जाए. इन मांगों को लेकर मजदूर संगठन ने पीड़ित परिवार के साथ डीएम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की.
बीते दिनों दिल्ली की अलीपुर इलाके में एक पेंट फैक्ट्री में भीषण आग लगी, जिसमें 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इन 11 लोगों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है किसकी लापरवाही से यह गैरकानूनी फैक्ट्री चलाई जा रही थी. यह अभी तक सामने नहीं आया है . हालांकि, ये बात बिल्कुल साफ है कि फैक्ट्री गैर कानूनी तरीके से बिना दमकल के एनओसी और बिना परमिशन के चलाई जा रही थी.
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रिहाइशी इलाको में केवल यही नहीं बल्कि कई अन्य कई अवैध फैक्ट्रियां भी चलाई जा रही है. जो किसी भी वक्त बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं. बावजूद इसके उन पर प्रशासन और अधिकारियों द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं की जाती. आज मजदूर संगठन के कुछ लोग परिवार के साथ यहां एकत्र हुए और अलीपुर डीएम ऑफिस के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. जिन्हें पुलिस ने समझा बूझाकर वहां से हटाया.
फिलहाल पीड़ित परिजनों की मांग है कि फैक्ट्री मालिक के साथ-साथ उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिनकी वजह से यह फैक्ट्रियां चलाई जा रही है. समय रहते ऐसी अवैध रूप से चलने वाली फैक्ट्री पर कार्रवाई हो.
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