रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हिंदू संगठनों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया है. हिंदू संगठनों ने प्रदेश में सनातन बोर्ड के गठन की मांग की है. रायपुर के मोती बाग चौक पर प्रदेश स्तरीय विरोध प्रदर्शन हुआ. इसमें सर्व हिंदू समाज, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने शिरकत की है. इनके अलावा प्रदेश के साधु संतों ने भी हिस्सा लिया. विरोध प्रदर्शन के बाद यहां मौजूद सभी हिंदू संगठनों ने प्रदेश में सनातन बोर्ड गठन को लेकर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है.
हिंदू संगठनों की क्या है मांग?: इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संयोजक घनश्याम चौधरी ने कहा कि जिस तरह से हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थल में प्रसाद में पशु की चर्बी मिलकर प्रसाद को दूषित करने का काम किया गया है. इसको लेकर पूरे देश में हिंदू समाज में गुस्सा है. इस तरह के कार्य दंडनीय हैं. इस काम के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. ऐसा इसलिए हुआ है कि हिंदू समाज के मंदिरों का संचालन का जिम्मा सरकार के हाथ में है. ऐसे में धार्मिक स्थल का संचालन हिंदू समाज को दिया जाना चाहिए.
तिरुपति बालाजी के मंदिर में प्रसाद में जो मिलावट किया गया वह बहुत गलत हुआ है. हिंदू समाज के साथ बहुत बड़ा धोखा किया गया है. ऐसी स्थिति में हम लोग चाहते हैं कि जितने भी धार्मिक स्थल सरकार के अधीन है. उन सभी मंदिरों को मुक्त करके धार्मिक स्थलों को सनातन बोर्ड को दिया जाए. जिससे ऐसी घटना दोबारा न हो: आचार्य मोहन महाराज, विश्व हिंदू परिषद के धर्माचार्य
"आज हम सभी हिंदू समाज के इस प्रदर्शन में पहुंचे हुए हैं. हमारे आराध्य भगवान तिरुपति बालाजी के प्रसाद के घी में चर्बी मिलाकर प्रसाद का अपमान किया है. उसके खिलाफ में हम प्रदर्शन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ नहीं बल्कि पूरे भारत के मंदिर को सनातनियों के हवाले किया जाए और सनातन बोर्ड का गठन किया जाए: साध्वी सौम्या
विभिन्न संगठनों से आए संतों और पदाधिकारियों ने एक सुर में सनातन बोर्ड के गठन की मांग की है. अब देखना होगा कि सरकार हिंदू संगठनों के इस मांग पर क्या रुख अपनाती है.