रायपुर : पूर्व सैनिक एवं अभ्यर्थी भीखमलाल साहू आज से आमरण अनशन पर बैठने वाले हैं. उनके साथ बाकी अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर रहेंगे. इसके अलावा अभ्यर्थी पीयूष जीरापुरे 10 सितंबर दुर्ग से रायपुर दौड़ते हुए पहुंचेंगे. पीयूष दुर्ग राजेंद्र पार्क से दौड़कर नया रायपुर तूता लगभग 65 किलोमीटर का रास्ता तय करेंगे.
सारी प्रक्रियाएं हो चुकी है पूरी : अभ्यर्थियों के मुताबिक छत्तीसगढ़ सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के लिए सितंबर 2018 में फॉर्म भरा गया था. भर्ती की सभी चरणों की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.हाई कोर्ट के आदेश के अतिरिक्त 370 पुरुष अभ्यर्थियों को लिया जाना था. यह प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है. वर्तमान में हाईकोर्ट में ऐसी कोई याचिका लंबित नहीं है जिसके कारण परिणाम को रोका जा सकता है.
30 दिनों में जारी करना था परिणाम : अभ्यर्थियों के मुताबिक हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार 30 दिन के भीतर परिणाम घोषित कर नियुक्ति देने का आदेश दिया गया था. वह समय भी समाप्त हो चुका है. लेकिन अभी तक अंतिम परीक्षा परिणाम और नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है. इस भर्ती प्रक्रिया में लगभग 6 साल से अधिक का समय बीत चुका है. बावजूद इसके अंतिम परीक्षा परिणाम जारी नहीं हुआ है. जिससे परेशान होकर अब उन्होंने आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है. 10 सितंबर से वह नया रायपुर में अमरनाथ पर बैठने वाले हैं.
हर जगह लगा रहे हैं गुहार : अभ्यर्थियों ने अब तक मुख्यमंत्री, मंत्री ,विधायक ,सांसद से लेकर हर जनप्रतिनिधियों से इन्होंने मुलाकात की है. साथ अधिकारियों से भी कई दौर की चर्चा हो चुकी है, सब जगह गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके अब तक इनका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया. इस बीच इन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा के घर पर भी डेरा डाला, उनसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत हुई, उन्होंने भी आश्वासन दिया, लेकिन आज तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया. इसके बाद इन अभ्यर्थियों ने भीख मांग कर भी प्रदर्शन किया. लेकिन सरकार पर इसका असर नहीं हुआ.जिसके बाद अब इन्होंने आमरण अनशन का ऐलान किया है.साथ ही विरोध स्वरूप दुर्ग से रायपुर तक दौड़ लगाकर 65 किलोमीटर की यात्रा तय करने की भी बात कही है.
गौरतलब है कि साल 2018 में शुरू हुई एसआई भर्ती प्रक्रिया साल 2024 तक पूर्ण नहीं हो सकी है. 6 साल बाद भी इस भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थी परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. अब उनके सब्र का सब्र का बांध टूटता जा रहा है. लगातार ये परीक्षा परिणाम को घोषित करने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. धरना प्रदर्शन कैंडल मार्च के बाद अभ्यर्थी गृहमंत्री के बंगले पर पहुंचे थे.