नई दिल्ली: पटियाला हाउस कोर्ट ने हाल ही में राजौरी गार्डेन में 18 जून को बर्गर किंग आउटलेट में हुई हत्या के मामले की आरोपी अनु धनखड़ को सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अनु गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की सहयोगी मानी जाती है, अपने अपराधों के लिए चर्चा में बनी हुई है.
गिरफ्तारी और आरोप: अनु धनखड़ को दिल्ली पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ आरोप है कि उसने सोशल मीडिया के माध्यम से अमन जून नाम के युवक को मिलने के लिए बुलाकर उसकी हत्या करवाई. अनु हरियाणा के रोहतक की निवासी है और इससे पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रही है.
बर्गर किंग हत्या मामले के बाद पुलिस ने उसके रोहतक स्थित घर और दिल्ली के मुखर्जी नगर में उसके पेइंग गेस्ट आवास पर छापेमारी की. उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अनु धनखड़ ने मुखर्जी नगर में रहने के लिए फर्जी आधार कार्ड का उपयोग किया था. 24 अक्टूबर को सुनिश्चित सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे लखीमपुर खीरी में पकड़ा.
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गैंगस्टर के संपर्क: पूछताछ में अनु ने खुलासा किया कि वह कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और साहिल रिटोलिया के संपर्क में थी, जिन्होंने उसे एक बेहतर जीवन का सपना दिखाकर अमन को अपने जाल में फंसाने का काम सौंपा था. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हत्या की साजिश में विजेंदर उर्फ गोगी भी शामिल था, जिसने कथित तौर पर दो शूटरों को लेकर बर्गर किंग के आउटलेट पर अमन की हत्या की.
हत्या की घटना: 18 जून को बर्गर किंग के अंदर, अमन जून, जो एक महिला के साथ बैठा था, को दो बदमाशों ने गोलियों से छलनी कर दिया. अमन को मारी गई 38 गोलियों ने इस घटना को और भी जघन्य बना दिया. हत्या का ये कृत्य जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवाना और अशोक प्रधान के बीच की गैंगवार का नतीजा बताया जा रहा है.
सोशल मीडिया का विवाद: हत्या के बाद, 20 जून को सोशल मीडिया पर 14 सेकंड का एक वीडियो लीक हुआ था, जिसमें आरोपी अमन को गोली मारते हुए दिखाया गया था. इस विवादास्पद वीडियो के लीक होने के मामले में सुभाष नगर थाने पर तैनात एक सब-इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबल को निलंबित किया गया है.
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