नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस सभी जिलों में 'ऑपरेशन मिलाप' चला रही है. इस ऑपरेशन के जरिए जिला पुलिस ऐसे लोगों को परिजनों से मिलाने का काम कर रही है जो अपनों से बिछुड़ गए या फिर किसी कारण से मानव तस्करी के जाल में फंस गए. इसी कड़ी में रविवार को शाहदरा जिला की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने एक महिला समेत 7 लड़के व लड़कियों को रेस्क्यू किया.
शाहदरा जिला के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, ऑपरेशन मिलाप के अंतर्गत रविवार को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के अधिकारियों की ओर से उल्लेखनीय कार्य किया गया है. टीम ने छत्तीसगढ़ से 15 वर्षीय लड़के को रेस्क्यू कराया है. साथ ही दिल्ली के अलग-अलग जगहों से भी कई और लोगों को रेस्क्यू किया है.
छत्तीसगढ़ से 15 साल के लड़के की बरामदगी: डीसीपी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ से एक 15 वर्षीय लड़के को रेस्क्यू किया गया है, जिसके बाद उसको परिजनों को सौंप दिया गया. वहीं, इस दिशा में हेड कांस्टेबल निर्देश ने भी दो नाबालिगों को रेस्क्यू कराया है. यह बच्चे 9 और 15 साल की उम्र के हैं. इनकी सकुशल बरामदगी के बाद इनको भी उनके परिवार को सौंपा दिया गया है.
महिला सहित दो बच्चे और 16 साल की लड़की का रेस्क्यू: जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि हेड कांस्टेबल प्रदीप ने भी एक महिला के साथ दो बच्चों और एक 16 साल की लड़की को रेस्क्यू किया. उन्होंने बताया कि जिला पुलिस को अगर किसी के लापता होने की कोई भी सूचना या शिकायत प्राप्त होती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है. जिला एएचटीयू पूरी गंभीरता के साथ 'ऑपरेशन मिलाप' के अंतर्गत कार्य कर रही है.
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उत्कृष्ट सेवाओं पर मिलती है 'आउट ऑफ टर्न' प्रमोशन: इस ऑपरेशन से दिल्ली पुलिस को उसकी डिस्ट्रिक्ट के इलाके से गायब हुए या फिर उनके इलाके में लावारिश पाए गए बच्चों को उनके परिवार से मिलवाने में बड़ी कामयाबी मिली है. साथ ही अन्य राज्यों से लापता लोगों को इस ऑपरेशन के तहत तलाश कर परिजनों से मिलवाया जा रहा है. इस अभियान में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वालों को समय-समय पर 'आउट ऑफ टर्न' प्रमोशन भी दी जाती है.