नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की ओर से किसी भी तरह की आपदा से निपटने को लेकर समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाती है. इस कड़ी में शाहदरा जिला पुलिस की तरफ से दिल्ली सरकार के बच्चों के सबसे बड़े अस्पताल चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय, गीता कालोनी में मॉक ड्रिल की गई, जिसमें संबंधित विभागों के बीच तैयारियों और तालमेल का निरीक्षण किया गया. अस्पताल में नकली बम की सूचना मिलने पर पुलिस के अलावा तमाम विभागों की टीम क्विक रेस्पांस दिखाते हुए मौके पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया गया. मौके पर फायर ब्रिगेड, क्राइम टीम, बम डिस्पोजल यूनिट और अन्य तमाम विभागों की टीम पहुंचीी जिनकी तरफ से कोऑर्डिनेशन का उत्कृष्ट मॉडल भी पेश किया.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने नकली बम की सूचना मिलने पर अस्पताल परिसर का गहन जांच पड़ताल का अभियान चलाया. इस सूचना के बाद एरिया की घेराबंदी की गई और बैग की जांच की गई, जिसमें किसी तरह की कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली. शाहदरा जिले की गीता कालोनी पुलिस टीम की ओर से अपने अधीनस्थ क्षेत्र के इस अस्पताल में किसी तरह की आपदा आने की स्थिति में कैसे निपटा जाए, और इसके लिए हम सभी कितने तैयार हैं, इसका मॉक ड्रिल के जरिये निरीक्षण किया गया. स्वतंत्रता दिवस से पहले भी शाहदरा जिला पुलिस की तरफ से चाचा नेहरू अस्पताल में मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी.
शाहदरा जिला के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि इस तरह की मॉक ड्रिल समय-समय पर की जाती रहती है जिससे कि दिल्ली पुलिस और दूसरी तमाम एजेंसियों के बीच कोऑर्डिनेशन का पता लगाया जाता है. इस तरह का मॉक ड्रिल पुलिस की तरफ से उन सभी जगहों पर किया जाता रहता है जहां अक्सर ज्यादा फुटफॉल होता है. सेफ्टी और सिक्योरिटी को गंभीरता से लेते हुए सभी खास मार्केट्स में भी इस तरह के मॉक ड्रिल आयोजित किए जाते हैं. दिल्ली पुलिस की ओर से सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने को इस तरह के प्रयास लगातार किये जाते हैं.
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