नई दिल्ली: दिल्ली-NCR में लोगों से प्रदूषण से राहत नहीं मिली है. हवा अब भी बेहद गंभीर श्रेणी में है. AQI अब भी बढ़ा हुआ है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट पर सुनवाई के दौरान सख्ती दिखाई और कहा कि दिल्ली में GRAP-4 लागू रहेगा. मामले में अगले सुनवाई 5 दिसंबर को होगी. शीर्ष अदालत ने कोर्ट ने एमसीडी, दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार, और प्रदूषण नियंत्रण समिति के बीच तालमेल की कमी पर नाराजगी जताई है. कोर्ट ने दिल्ली के एंट्री प्वाइंट्स पर पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों की तैनात किये जाने के लिए निर्देश जारी किया है.
आज हवा में सुधार, AQI 300 से नीचे आया
दिल्ली-एनसीआर की हवा में आज मामूली सुधार दर्ज किया गया है. प्रदूषण से लोगों को थोड़ी बहुत राहत तो जरूर मिली है लेकिन फिलहाल दिल्ली एनसीआर की हवा खराब श्रेणी में बरकरार है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बृहस्पतिवार तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना है. मंगलवार सुबह 9:00 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 274 दर्ज किया गया है. हालांकि, सुबह के वक्त दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में धुंध की परत दिखाई दी है. हवा की रफ्तार बढ़ाने के बाद दिल्ली एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के नीचे आ गया है.
#WATCH | Delhi: A thin layer of smog engulfs part of Akshardham area.
— ANI (@ANI) December 3, 2024
The Air Quality Index (AQI) is 'poor' in several parts of Delhi, according to the CPCB. pic.twitter.com/Abrq6UykDh
#WATCH | Air quality in the 'Poor' category at Delhi's ITO as per Central Pollution Control Board. pic.twitter.com/xrpob6yeOl
— ANI (@ANI) December 3, 2024
राजधानी में प्रदूषण चरम पर
हालांकि, पहले से प्रदूषण के हालात थोड़े बहुत ठीक तो जरूर हुए हैं लेकिन अभी भी दिल्ली एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 300 के बीच है. दिल्ली के करीब पांच इलाके ऐसे भी हैं जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पर दर्ज किया गया है. बवाना, बुराड़ी क्रॉसिंग, जहांगीरपुरी, मुंडका और नेहरू नगर में एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में दर्ज किया गया है. फिलहाल दिल्ली एनसीआर में दिल्ली सबसे प्रदूषित है. भले ही एयर क्वालिटी इंडेक्स में थोड़ा बहुत सुधार हुआ है लेकिन अभी भी सुबह के वक्त बच्चे मास्क लगाकर स्कूल जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
#WATCH | The air quality in Delhi is in the 'poor' category as per CPCB (Central Pollution Control Board); Visuals from the DND flyway pic.twitter.com/weYzQ1Zaj2
— ANI (@ANI) December 3, 2024
अस्पतालों में बढ़े मरीज
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर हवा की रफ्तार धीमी होती है तो एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो सकता है. वहीं, हवा की रफ्तार में बढ़ोतरी होती है तो एयर क्वालिटी इंडेक्स और सुधार सकता है. प्रदूषण बढ़ने के बाद दिल्ली एनसीआर के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. एयर क्वालिटी इंडेक्स 0 से 50 तक अच्छा माना जाता है. जबकि मौजूदा समय में दिल्ली एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 300 की बीच है.
#WATCH | Trains' movement continues amid smog in Delhi. Visuals from New Delhi Railway Station.
— ANI (@ANI) December 3, 2024
AQI is categorised as 'poor' according to the CPCB (Central Pollution Control Board). pic.twitter.com/CRiF4gQu71
जानें AQI कैसे समझा जाता है?
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं.
#WATCH | Delhi: The AQI at Anand Vihar stands at 293, categorised as 'Poor' as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/YhUxRXHqYD
— ANI (@ANI) December 3, 2024
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