नई दिल्ली: दिल्ली में सर्दियों के दौरान प्रदूषण की गंभीर समस्या रहती है, इसको लेकर दिल्ली सरकार पर्यावरण मंत्री 27 सितंबर को विंटर एक्शन प्लान जारी करेंगे. इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली को "धूल मुक्त" करने के लिए सभी स्थानीय निकायों को 10 दिनों तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि एमसीडी, लोक निर्माण विभाग, एनडीएमसी, दिल्ली कैंटोनमेंट जैसी स्थानीय निकाय सड़कों पर धूल को कम करने के लिए जरूरी उपाय करें
पिछले सप्ताह दिल्ली के उपराज्यपाल अलग-अलग इलाकों में दौरा करने गए थे. जहां पर उन्होंने खस्ताहाल सड़कें, गड्ढे, वहां जमा गंदगी आदि को देखकर दुखी हुए थे. उन्होंने दिल्ली सरकार के कामकाज पर सवाल उठाया था. उपराज्यपाल ने अपने दौरे के बाद प्रदूषण को कम करने के लिए उपाय के तहत सोमवार देर शाम को समीक्षा बैठक की. उन्होंने सभी स्थानीय निकाय और अन्य संबंधित एजेंसियों को अगले 10 दिनों में दिल्ली को धूल मुक्त बनाने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत एजेंसियों से कहा गया है कि जहां भी धूल- मिट्टी, गाद जमा है उन सब को हटाकर उसे डंपिग साइट पर रखें. क्योंकि इन्हीं गंदगियों के चलते इलाके में प्रदूषण की समस्या होती है.
मंत्री का एलजी पर आरोप : आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है. पार्टी की तरफ से जारी बयान में दावा किया है कि दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस मुद्दे पर सभी विभागों की एक बैठक बुलाई थी. जिसमें मुख्य सचिव और सभी विभागों के प्रमुखों को बुलाया गया था. लेकिन मुख्य सचिव किसी वजह से उपलब्ध नहीं थे और यह बैठक नहीं हो सकी. बतौर सबूत बुलाई गई इस मीटिंग के नोट को भी जारी किया गया है.
मंत्री का नहीं सुन रहे अधिकारी: भारद्वाज ने इस संबंध में एक मीटिंग के लिए सभी अधिकारियों को नोट भेजा था. साथ ही दिल्ली के जिन-जिन इलाकों में गंदगी व धूल अधिक है वहां के जीपीएस लोकेशन भी फोटो भेजी गई थी, लेकिन इस मामले को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया. सौरभ भारद्वाज की तरफ से भेजे गए नोट में कहा गया है कि बीते दिनों दिल्ली में नालों की सफाई से निकला जो गाद था, उसको सड़क के किनारे एक जगह एकत्रित किया गया था. पिछले दिनों हुई बारिश में वह गीला हो गया था. किसी वजह से उसे तुरंत नहीं उठाया गया, लेकिन अब बारिश बंद है और इन गंदगियों को अब हटा दिया जाए. इस पर विभाग को काम करने के निर्देश दिए थे. मगर अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया.
प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से बारिश नहीं हो रही है. ऐसे में प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी हो गई है. मंगलवार को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 171 दर्ज किया गया है, जो खराब श्रेणी में आता है. प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण सड़क व फुटपाथ किनारे जमा धूल है और वाहनों से निकलने वाला धुआं है. इसकी रोकथाम के लिए अब कवायद नहीं की गई तो आने वाले समय में स्थिति और गंभीर हो सकती है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली के इन इलाकों में कल 18 घंटे तक नहीं आएगा पानी, पहले से कर लें इंतजाम
ये भी पढ़ें: दिल्ली में बढ़े डेंगू के मरीज, प्लेटलेट्स की बढ़ी डिमांड