नई दिल्ली: नवंबर की शुरुआत हो चुकी है, और आमतौर पर इस महीने में सर्द हवाएं और ठंडी सुबहें लोगों का स्वागत करती हैं, लेकिन इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पसीने से तरबतर लोग दिवाली की रोशनी के बीच भी गर्मी की चपेट में हैं. अक्टूबर का महीना भी इस बार सामान्य से काफी अधिक गर्म गया, जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं.
मौसम विभाग की चेतावनी: मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों तक तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आने वाला है. 5 नवंबर के बाद हलका परिवर्तन दिखाई देने की संभावना है, लेकिन तब तक दिल्लीवासियों को गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही. ऐसे में सर्दी का इंतजार कर रहे लोग जल्द राहत की उम्मीद कर रहे हैं.
तापमान की स्थिति: दिल्ली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है. वहीं, न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है. दिन के ऊष्मा ने लोगों को पुराने एसी और कूलर को फिर से चालू करने पर मजबूर कर दिया.
#WATCH दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में स्मॉग की एक पतली परत देखी गई। CPCB के अनुसार दिल्ली का AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2024
(वीडियो इंडिया गेट से है।) pic.twitter.com/f33PtOIFnW
IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार को भी मौसम में राहत की संभावना कम है. आसमान साफ रहने के साथ सुबह के समय धुंध छाई रहेगी. अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 19 डिग्री के आसपास रह सकता है. रविवार को तापमान में थोड़ी गिरावट हो सकती है, लेकिन गर्मी की पूरी तरह से विदाई अभी भी दूर है.
यह भी पढ़ें- Delhi: अक्टूबर में गर्मी का सितम! 73 साल का रिकॉर्ड टूटा, तापमान 35 डिग्री पार
वायु गुणवत्ता की चुनौती: दिल्ली की मौजूदा मौसम की स्थिति के साथ-साथ, शहर में वायु प्रदूषण भी एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शनिवार सुबह 7:30 बजे औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 294 दर्ज किया गया, जो अलार्मिंग स्तर पर है. दिल्ली एनसीआर के अन्य शहरों में AQI भी कम नहीं है. फरीदाबाद में 165, गुरुग्राम में 219, गाजियाबाद में 308, ग्रेटर नोएडा में 202 और नोएडा में 250 अंक दर्ज किए गए हैं.
दिल्ली के 18 इलाकों में AQI स्तर 300 से ऊपर और 400 के बीच बना हुआ है. उदाहरण के लिए, आनंद विहार में AQI 380, IGI एयरपोर्ट पर 341, जबकि रोहिणी में 304 अंक दर्ज किया गया है. दूसरी ओर, दिल्ली के 19 इलाकों में AQI स्तर 200 से ऊपर 300 के बीच है. नतीजतन, यह प्रदूषण का स्तर न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि लोगों की सामान्य दिनचर्या पर भी प्रभाव डाल रहा है.
यह भी पढ़ें- Delhi: दिवाली के बाद प्रदूषण से बढ़ीं मुश्किलें, दो साल के मुकाबले हालात बेहद खराब