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कोलकाता रेप और हत्या कांड के विरोध में दिल्ली के डॉक्टरों ने निकाला मार्च - Kolkata Doctor Case

पिछले सप्ताह कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में दिल्ली में डॉक्टरों ने मार्च निकाला. पैदल मार्च में आरएमएल हॉस्पिटल, एम्स हॉस्पिटल, सफदरजंग हॉस्पिटल सहित कई अस्पताल के डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. महिला चिकित्सकों ने तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया.

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दिल्ली के चिकित्सकों ने निकाला मार्च (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 18, 2024, 9:02 PM IST

दिल्ली के चिकित्सकों ने निकाला मार्च (ETV Bharat)

नई दिल्ली: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के खिलाफ देशभर में डॉक्टर सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस गोल चक्कर पर आरएमएल हॉस्पिटल, एम्स हॉस्पिटल, सफदरजंग हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज समेत दिल्ली के तमाम अस्पतालों के डॉक्टरों ने पैदल मार्च निकाला और इंसाफ की गुहार लगाई. इस दौरान कनॉट प्लेस गोल चक्कर पर भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात कर कर दिया गया था. डॉक्टरों के पैदल मार्च के साथ दिल्ली पुलिस के जवान और अर्ध सैनिक बल के जवान भी चल रहे थे.

इस दौरान डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सरकार की जिम्मेदारी है. लेकिन बार-बार सिर्फ आश्वासन दिया गया है. कोई भी कानून नहीं बनाया जाता है. हर बार डॉक्टर हिंसा का शिकार होते हैं. हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नजर आए डॉक्टर मांग कर रहे थे कि आखिर दोषियों के ऊपर कब कारवाई होगी. अस्पताल के अंदर जब डॉक्टर सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित होंगे. डॉक्टरों ने करीब 2 से 4 किलोमीटर पैदल मार्च किया.

वहीं, सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट एक्शन कमेटी ने फिर सभी आरडीए के साथ बैठक करके मांगें माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है. सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट एक्शन कमेटी का गठन दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मिलकर किया है. रेजिडेंट डॉक्टर्स का कहना है कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की लड़ाई को वे इस एक्शन कमेटी के बैनर तले लड़ रहे हैं. सरकार द्वारा मांगें माने जाने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.

ये भी पढ़ें: सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट सहित अन्य मांगों को लेकर जारी रहेगी रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल, आज शाम भी डॉक्टर निकालेंगे मार्च

ये भी पढ़ें: डॉक्टरों का सफदरजंग अस्पताल से इंडिया गेट के लिए पैदल कैंडल मार्च, जाम की स्थिति बनने पर मार्च किया खत्म

दिल्ली के चिकित्सकों ने निकाला मार्च (ETV Bharat)

नई दिल्ली: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के खिलाफ देशभर में डॉक्टर सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस गोल चक्कर पर आरएमएल हॉस्पिटल, एम्स हॉस्पिटल, सफदरजंग हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज समेत दिल्ली के तमाम अस्पतालों के डॉक्टरों ने पैदल मार्च निकाला और इंसाफ की गुहार लगाई. इस दौरान कनॉट प्लेस गोल चक्कर पर भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात कर कर दिया गया था. डॉक्टरों के पैदल मार्च के साथ दिल्ली पुलिस के जवान और अर्ध सैनिक बल के जवान भी चल रहे थे.

इस दौरान डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सरकार की जिम्मेदारी है. लेकिन बार-बार सिर्फ आश्वासन दिया गया है. कोई भी कानून नहीं बनाया जाता है. हर बार डॉक्टर हिंसा का शिकार होते हैं. हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नजर आए डॉक्टर मांग कर रहे थे कि आखिर दोषियों के ऊपर कब कारवाई होगी. अस्पताल के अंदर जब डॉक्टर सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित होंगे. डॉक्टरों ने करीब 2 से 4 किलोमीटर पैदल मार्च किया.

वहीं, सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट एक्शन कमेटी ने फिर सभी आरडीए के साथ बैठक करके मांगें माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है. सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट एक्शन कमेटी का गठन दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मिलकर किया है. रेजिडेंट डॉक्टर्स का कहना है कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की लड़ाई को वे इस एक्शन कमेटी के बैनर तले लड़ रहे हैं. सरकार द्वारा मांगें माने जाने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.

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