नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के नॉर्थ जिले की तिमारपुर पुलिस ने बैंकों से धोखाधड़ी करने में महारथ हासिल कर रखे एक दंपती को गिरफ्तार किया है. दंपती उस वक्त पुलिस के हत्थे चढ़ी है जब उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इलाहाबाद बैंक (अब इंडियन बैंक) से 18.25 लाख रुपये का लोन चारू मोटर्स के नाम लेकर उसको दो अन्य अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया.
पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है. इसकी पहचान चंचल गोयल के रूप में की गई है. यह फर्जी दस्तावेज दीपक गोयल और विनय अग्रवाल के साथ मिलकर तैयार किया गया था, जिसके आधार पर बैंक से तीन कार लोन लिए गए. इन बैंक लोन एप्लीकेशन में दोनों गारंटर बने थे. पुलिस ने चंचल गोयल के साथ पति दीपक गोयल को भी अरेस्ट किया है.
नॉर्थ जिला डीसीपी मनोज कुमार मीणा के मुताबिक, इलाहाबाद बैंक (अब इंडियन बैंक) के मुख्य प्रबंधक संजीव कुमार की तरफ से एक धोखाधड़ी होने की एक कप्लेंट की गई थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि चंचल गोयल नामक महिला ने कार ऋण के बदले बैंक से धोखाधड़ी की है. यह भी कहा गया कि चारू मोटर्स के नाम पर इलाहाबाद बैंक की ओर से जारी एक डिमांड ड्राफ्ट, एचडीएफसी बैंक, जयपुर में जमा किया गया था. कथित तौर पर चंचल गोयल ने अन्य सह-अभियुक्तों दीपक गोयल और विनय अग्रवाल के साथ मिलकर चारू मोटर्स के जाली दस्तावेज तैयार किए थे और इलाहाबाद बैंक में कार ऋण के लिए आवेदन किया था. इसके बाद 18.25 लाख रुपये चारू मोटर्स को ट्रांसफर कर दिए गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज की गई और जांच शुरू की गई.
डीसीपी मीणा के मुताबिक, इस पूरे मामले की जांच के लिए ACP/सब-डिवीजन, तिमारपुर नीरव पटेल के मार्गदर्शन, SHO/तिमारपुर थाना इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार की निगरानी में इंस्पेक्टर पंकज तोमर के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसमें एसआई मोहित और एसआई कपिल सिंह को शामिल किया गया. जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज जमा कर इलाहाबाद बैंक से तीन फर्जी कार लोन लिए थे. आरोपी दीपक गोयल और विनय अग्रवाल इन कार लोन आवेदनों में गारंटर बने थे. दस्तावेजों में दिए गए पतों का पता लगाने का प्रयास किया गया तो मालूम पड़ा कि जो एड्रेस दिए गए थे वो सभी झूठे पाए गए.
चारू मोटर्स के खाते में 18.25 लाख रुपये जमा करने का कैसे हुआ खुलासा
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि चारू मोटर्स के खाते में 18.25 लाख रुपये जमा हुए. उपलब्ध जानकारी के आधार पर एचडीएफसी बैंक चारू मोटर्स के खाते का पता नहीं लगा सका. यहां तक कि एचडीएफसी बैंक की विशेष टीम भी इस बारे में कुछ पता नहीं चल पाया. पुलिस टीम ने उपलब्ध विभिन्न सुरागों के जरिए खुफिया जानकारी एकत्र की और जांच में प्रोफेशनलिज्म को अपनाते हुए चारू मोटर्स के खाते का पता लगाने में सफलता हासिल की. इसके बाद टीम को चारू मोटर्स के खाते का डिटेल्स हासिल हुई.
धोखाधड़ी के आरोपी दीपक गोयल और चंचल गोयल पति-पत्नी
इस अकाउंट को खंगालने के बाद पता चला कि धोखाधड़ी की 18.25 लाख की रकम को टीएंडटी मोटर्स (मुंबई) और पुष्पेंद्र सिंह (मुंबई) के खातों में ट्रांसफर किया गया था. इस मामले में आरोपी महिला चंचल गोयल को गुप्त सूचना के आधार पर 14 मई को रोहिणी से गिरफ्तार कर लिया गया. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी दीपक गोयल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद है. 17 मई, 2024 को संबंधित कोर्ट की अनुमति लेने के बाद अभियुक्त दीपक गोयल को इस प्रकरण में औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी दीपक गोयल और चंचल गोयल पति-पत्नी हैं. दोनों आरोपियों की एक दिन की पुलिस हिरासत ली गई.
इलाहाबाद बैंक (अब इंडियन बैंक) को 49 लाख रुपये का नुकसान
पूछताछ के दौरान पता चला कि पति-पत्नी दोनों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर इलाहाबाद बैंक, बीडी एस्टेट शाखा में कार लोन के लिए अप्लाई किया था. बैंक से कार लोन की रकम आने के बाद इसको फेक अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिया गया. इससे इलाहाबाद बैंक को 49 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इन फर्जी कार लोन मामलों को लेकर तिमारपुर थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं. इस मामले में पैसे उड़ाने के लिए कई फेक अकाउंट खोले गए थे.
लगातार पूछताछ करने पर यह भी पता चला कि आरोपी दीपक गोयल और चंचल गोयल ने गिरवी रखी प्रॉपर्टीज पर भी कई फर्जी होम लोन लिए थे. सीबीआई ने पुलिस स्टेशन सीबीआई/ईओ-1/एनडी में धारा 420/467/468/471/120-बी आईपीसी के तहत आरसी-219/2013/ई-0005 के तहत एक मामला भी दर्ज किया था. इस मामले में दोनों पति-पत्नी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर होम लोन के बहाने पंजाब एंड सिंध बैंक से करीब 4.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी भी की थी.
फर्जी तरीके से लोन लेने का तारीका था बड़ा ही शातिर
आरोपियों का बैंक से फर्जी तरीके से लोन लेने का तारीका बड़ा ही शातिर रहा है. आरोपियों ने चारू मोटर्स के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए और फिर इलाहाबाद बैंक में कार लोन के लिए आवेदन किया. चारु मोटर्स प्रा. लिमिटेड VIIX/I-A, मोती नगर, नजफगढ़ रोड, दिल्ली में स्थित है, लेकिन आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर चारू मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड की जगह पर चारू मोटर्स लिमिटेड लिख दिया था और फिर कार ऋण के लिए आवेदन किया. इसके बाद, उन्होंने चारू मोटर्स के पक्ष में डीडी प्राप्त किया और इसे एचडीएफसी बैंक में जमा कर दिया. मुंबई में चारू मोटर्स के नाम से फर्जी अकाउंट खोला गया था. एक बार जब राशि चारू मोटर्स के खाते में ट्रांसफर कर दी गई, तो बाद में पैसा अन्य खातों में ट्रांसफर कर दिया गया.
आरोपी दीपक गोयल पर अब तक कुल 16 मामले दर्ज
आरोपी दीपक गोयल (44), सेक्टर-18, रोहिणी, दिल्ली में रहता है और 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. वह मूलरूप से हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है. साल 1998 में दिल्ली आया था. इसके बाद उसने प्रॉपर्टी डीलर का काम शुरू कर दिया. उसका पहला धोखाधड़ी का मामला उत्तम नगर में करीब 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के लिए दर्ज किया गया था. इससे पहले भी दीपक गोयल के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान राज्य के अलग-अलग जिला अंतर्गत थानों और सीबीआई थाने में कुल 16 मामले दर्ज हैं.
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आरोपी दीपक के खिलाफ नई दिल्ली में सीबीआई की ओर से आईपीसी की विभिन्न धाराओं 420/467/468/471/120बी के तहत भी एक मामला 2013 में दर्ज किया गया था. दीपक गोयल की पत्नी चंचल गोयल (44) के खिलाफ भी पहले से 5 मामले दर्ज हैं जोकि सभी दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. वह उत्तम नगर और सीबीआई के मामले भी शामिल हैं. ग्रेजुएशन तक पढ़ाई करने वाली आरोपी चंचल की दीपक गोयल के साथ साल 2005 में शादी हुई थी. पति-पत्नी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मामले में आगे की जांच में जुट गई है.
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