नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से गरीबों को लाकर उन इलाकों में बसाना चाहती है जहां पर उनका वोट बैंक कम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी कह रही है कि 2014 से पहले आए शरणार्थियों को देश की नागरिकता देंगे. उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी बेरोजगारी और महंगाई का समाधान ढूंढने की बजाय दूसरे देश के गरीबों को भारत में लाकर बसाना चाहती है. उन्होंने इस कानून को वापस लेने की मांग करते हुए देश के लोगों से अपील की कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट देकर इसका विरोध करें.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार से हमारे बच्चों को रोजगार नहीं दिए जा रहे हैं. पाकिस्तान से लाकर उनके बच्चों को रोजगार दिए जाएंगे. हमारे बच्चों के पास घर नहीं है. भारत के लाखों बेरोजगार युवाओं को नौकरी नहीं दे पा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान से लाकर बेरोजगारों को घर और नौकरी देना चाहते हैं. हमारे रोजगार उनके बच्चों को देना चाहते हैं.
भारत सरकार का सरकारी पैसा जो हमारे घर परिवार और देश के विकास पर खर्च होना चाहिए वह पैसा भारत में पाकिस्तान को बचाने पर खर्च किया जाएगा. इन तीन देशों में करीब ढाई से तीन करोड़ अल्पसंख्यक है. यह तीनों बहुत गरीब देश है. जैसे भारत के दरवाजे इन देश के अल्पसंख्यकों के लिए खुलेंगे भारी भीड़ हमारे भारत में आ जाएगी. यदि इन तीन करोड़ में से डेढ़ करोड़ लोग भी भारत आ गए तो इन्हें कौन रोजगार देगा? कहां बसाया जाएगा? इन लोगों को क्या बीजेपी के लोग इनको अपने घरों में बसाएंगे और रोजगार देंगे?
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उन्होंने कहा कि एक तरफ बीजेपी की हरियाणा सरकार हरियाणा के बच्चों को रोजगार देने में असमर्थ है. रोजगार के लिए हरियाणा सरकार अपने बच्चों को इसराइल भेज रही है. हम सब जानते हैं कि इसराइल में युद्ध चल रहा है हमारे बच्चों को युद्ध में धकेला जा रहा है. भारत में रोजगार नहीं है लेकिन यह लोग पाकिस्तान से बच्चों को लाकर रोजगार देना चाहते हैं. केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी वाले पूरी दुनिया से उल्टे चल रहे हैं. कोई भी देश अपने पड़ोसी देश के गरीबों को अपने देश में आने नहीं देना चाहता. इसके लिए पूरी दुनिया के देश में अलग-अलग कानून है वहां पर बॉर्डर पर दीवारें बनाई जाती है कटीले तार लगाए जाते हैं जिससे पड़ोसी देश का कोई भी व्यक्ति हमारे देश में ना आ सके.
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में 11 लाख से अधिक बड़े-बड़े अमीर उद्योगपति व्यापारी भारत छोड़कर चले गए. यह लोग भारत में फैक्ट्री चलाया करते थे. लाखों लोगों को रोजगार देते थे, लेकिन बीजेपी के अत्याचार और उनकी गलत नीतियों के कारण तंग आकर भारत छोड़कर चले गए. यदि बीजेपी को लाना है तो इन लोगों को विदेश से वापस लाएं. ये लोग भारत आएंगे तो भारत में निवेश करेंगे फैक्ट्रियां खुलेंगे और लोगों को रोजगार मिलेगा.
केजरीवाल ने कहा कि पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों को भारत में आने के लिए बीजेपी ने दरवाजे खोल दिए हैं. यह देश के लिए बेहद खतरनाक है और इसका सबसे ज्यादा खामियाजा उत्तर पूर्व स्टेट भुगत रहे हैं. खासकर असम के लोग इस समस्या से परेशान है यहां की स्थानीय संस्कृति पर अवैध माइग्रेशन हुआ है. अब बीजेपी कह रही है कि जो अवैध तरीके से असम में आए हैं उनको वहां पर बसाएंगे. असम के लोग इसे बहुत नाराज है और वहां के बीजेपी के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने लोगों को धोखा दिया है. आज पूरे देश की मांग है कि नागरिकता संशोधन कानून वापस लिया जाए हम किसी हालत में अपने बच्चों की नौकरियां दूसरे देश के लोगों को किसी भी हालत में नहीं देंगे. इस चुनाव के अंदर बीजेपी के खिलाफ वोट देकर गुस्सा जाहिर करें.
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