नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश बीजेपी ने पूर्वांचल मोर्चा की नई टीम का गठन किया है. प्रदेश बीजेपी कार्यालय में आज शाम इस नई टीम की पहली बैठक बुलाई गई है. प्रदेश बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के वोटर को साधने से चूकना नहीं चाहती है. दिल्ली में लगभग 42 फीसदी वोटर पूर्वांचली हैं और लगभग 70 सीटों में आधे पर हार-जीत में फर्क डालते हैं.
हालांकि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी के बाद प्रदेश स्तर की टीम हो या फिर पिछले निगम चुनाव पार्टी में पूर्वांचलियों की भागीदारी बहुत कम रही है. मनोज तिवारी के तीसरी बार सांसद बनने के बाद लोग ये उम्मीद लगा बैठे थे की मनोज तिवारी को मोदी सरकार में कोई मंत्रालय मिलेगा. लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो पूर्वांचलियों में थोड़ी नारागी देखी गई.
इस बार पिछले दस साल के अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के सत्ता में रहने के बाद कई सारे घोटालों के आरोप, उनके तीन-तीन मंत्रियों का जेल जाना, ये सब ऐसे फैक्टर हैं कि बीजेपी पूरी उम्मीद लगाए बैठी है कि 26 साल बाद दिल्ली कि सत्ता में उसकी वापसी हो सकती है.
केंद्रीय नेतृत्व हो या प्रदेश बीजेपी इस तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी के मद्देनज़र पूर्वांचल के एक बड़े वर्ग को साधने के लिए नई टीम की घोषणा की गई है. जिसमें पिछले लगभग 20 साल से राजनीति में सक्रिय संतोष ओझा को अध्यक्ष, पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदम्बा सिंह को महामंत्री के साथ-साथ पूर्व मेयर और पूर्व मोर्चा के अध्यक्ष रहे विपिन बिहारी सिंह, पूर्व मोर्चा के अध्यक्ष मनीष सिंह, पूर्व में प्रदेश मीडिया टीम में रहे राहुल त्रिवेदी और ऐसे कई पुराने और नये चेहरे को साथ लेकर टीम बनाने का प्रयास किया गया है. नई टीम प्रदेश टीम के साथ सामंजस्य बैठा कर आने वाले विधानसभा चुनाव में कितना पूर्वांचलियों को साध पाती है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं.
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