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अयोध्या में 1 नवबर तक होंगे दीपोत्सव के प्रोग्राम, संतों ने कहा- समय पर पूरा हो परिक्रमा मार्ग का नवीनीकरण

DEEPOTSAV IN AYODHYA : अयोध्या शोध संस्थान के सभागार में प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने की बैठक.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

अयोध्या : रामनगरी में दीपोत्सव पर होने वाले कार्यक्रम का आयोजन तीन दिन तक चलेगा. इसको लेकर खास तैयारियां की गई हैं. जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अयोध्यावासी और आने वाले श्रद्धालु भी उत्सव को देख सकें इसको लेकर 30 से लेकर 1 नवम्बर तक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, इसमें सभी लाइटिंग, लेजर शो और सांस्कृतिक प्रोग्राम होंगे.



अयोध्या शोध संस्थान के सभागार में शुक्रवार को प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जिला प्रशासन और साधु संतों के साथ एक बैठक की. इसमें संतों ने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अयोध्यावासियों को भी इस उत्सव में जोड़ने और उनकी सुविधा के साथ यातायात प्रबंधन को उचित बनाए रखने की मांग रखी. इसके साथ ही दीपावली के बाद होने वाले परिक्रमा मेला में अव्यवस्थाओं को लेकर संतों ने जिला प्रशासन को बताया कि परिक्रमा मार्ग के नवीनीकरण का कार्य अधूरा होने पर घटना होने का अंदेशा है.



बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास ने कहा कि सड़कों पर सिर्फ बालू डालकर 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ न हो क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में सब लोग नंगे पांव चलेंगे. बालू के नीचे दबी गिट्टियां भी ऊपर आ जाती हैं, जिसके कारण लोगों के पैरों में छाले पड़ते हैं, इसलिए श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए कार्य किया जाए.


नाका हनुमान गढ़ी के महंत रामदास ने कहा कि दीपोत्सव को लेकर समाज में तमाम भ्रांतियां भी फैली हुई हैं, जिसके कारण से बाहर से आने वाले श्रद्धालु नहीं पहुंचते हैं. जिला प्रशासन को व्यवस्थाओं के साथ ही जनपद के आसपास के क्षेत्रों में जन जागरण के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होने का प्रचार-प्रसार करना अति आवश्यक है.



जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि अयोध्या में होने वाला दीपोत्सव बहुत सुंदर और भव्य होगा, लेकिन इसमें अयोध्यावासी भी शामिल हो सकें, तभी यह कार्यक्रम सफल माना जाएगा. नगर के अंदर होने वाली व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करना अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यह उत्सव लोक उत्सव बने इस पर ध्यान देना होगा.

मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि अयोध्या में शुभकामनाओं के साथ यह कार्यक्रम संपन्न होगा, लेकिन इसके बाद होने वाला परिक्रमा मेला भी बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. इसमें आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परिक्रमा मार्ग समय से तैयार किया जाना चाहिए. इसके साथ ही सभी का सम्मान करते हुए इस कार्यक्रम को संपन्न किया जाए.

जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा कि संतों के द्वारा दिए गए सभी सुझाव को समायोजित करते हुए बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी. इसके साथ ही दीपोत्सव स्थल तक पहुंचाने के लिए संतों की व्यवस्था बनाई जा रही है. सभी आवागमन के मार्ग और बैठने की व्यवस्था में उचित प्रबंध होंगे.

यह भी पढ़ें : अयोध्या में बनेगा दीपोत्सव का वर्ल्ड रिकार्ड ; सरयू तट पर जगमगाएं 25 लाख दीये, 1100 वेदाचार्य करेंगे आरती

यह भी पढ़ें : अयोध्या में भूमिपूजन के साथ दीपोत्सव का श्रीगणेश, 30 हजार वालंटियर घाटों पर जलाएंगे 28 लाख दीए

अयोध्या : रामनगरी में दीपोत्सव पर होने वाले कार्यक्रम का आयोजन तीन दिन तक चलेगा. इसको लेकर खास तैयारियां की गई हैं. जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अयोध्यावासी और आने वाले श्रद्धालु भी उत्सव को देख सकें इसको लेकर 30 से लेकर 1 नवम्बर तक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, इसमें सभी लाइटिंग, लेजर शो और सांस्कृतिक प्रोग्राम होंगे.



अयोध्या शोध संस्थान के सभागार में शुक्रवार को प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जिला प्रशासन और साधु संतों के साथ एक बैठक की. इसमें संतों ने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अयोध्यावासियों को भी इस उत्सव में जोड़ने और उनकी सुविधा के साथ यातायात प्रबंधन को उचित बनाए रखने की मांग रखी. इसके साथ ही दीपावली के बाद होने वाले परिक्रमा मेला में अव्यवस्थाओं को लेकर संतों ने जिला प्रशासन को बताया कि परिक्रमा मार्ग के नवीनीकरण का कार्य अधूरा होने पर घटना होने का अंदेशा है.



बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास ने कहा कि सड़कों पर सिर्फ बालू डालकर 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ न हो क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में सब लोग नंगे पांव चलेंगे. बालू के नीचे दबी गिट्टियां भी ऊपर आ जाती हैं, जिसके कारण लोगों के पैरों में छाले पड़ते हैं, इसलिए श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए कार्य किया जाए.


नाका हनुमान गढ़ी के महंत रामदास ने कहा कि दीपोत्सव को लेकर समाज में तमाम भ्रांतियां भी फैली हुई हैं, जिसके कारण से बाहर से आने वाले श्रद्धालु नहीं पहुंचते हैं. जिला प्रशासन को व्यवस्थाओं के साथ ही जनपद के आसपास के क्षेत्रों में जन जागरण के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होने का प्रचार-प्रसार करना अति आवश्यक है.



जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि अयोध्या में होने वाला दीपोत्सव बहुत सुंदर और भव्य होगा, लेकिन इसमें अयोध्यावासी भी शामिल हो सकें, तभी यह कार्यक्रम सफल माना जाएगा. नगर के अंदर होने वाली व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करना अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यह उत्सव लोक उत्सव बने इस पर ध्यान देना होगा.

मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि अयोध्या में शुभकामनाओं के साथ यह कार्यक्रम संपन्न होगा, लेकिन इसके बाद होने वाला परिक्रमा मेला भी बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. इसमें आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परिक्रमा मार्ग समय से तैयार किया जाना चाहिए. इसके साथ ही सभी का सम्मान करते हुए इस कार्यक्रम को संपन्न किया जाए.

जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा कि संतों के द्वारा दिए गए सभी सुझाव को समायोजित करते हुए बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी. इसके साथ ही दीपोत्सव स्थल तक पहुंचाने के लिए संतों की व्यवस्था बनाई जा रही है. सभी आवागमन के मार्ग और बैठने की व्यवस्था में उचित प्रबंध होंगे.

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