जयपुर: दीपावली पर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस मुस्तैदी से जुटी हुई है. पुलिस के जवान जहां बाजार से लेकर सोशल मीडिया तक पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. वहीं, पुलिस मुख्यालय ने अपने इंटेलिजेंस और मुखबिर तंत्र को भी अलर्ट कर दिया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत काबू पाया जा सके. इसके चलते पुलिस मुख्यालय ने जिलों में आरएसी और होमगार्ड का अतिरिक्त जाब्ता भी मुहैया करवाया है. दरअसल, आए दिन विमानों में बम की धमकी और पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के इलाकों में सांप्रदायिक तनाव की सामने आई घटनाओं के बीच पुलिस दीपावली पर अतिरिक्त सावधानी बरत रही है.
सभी डीसीपी-एसपी को जारी किए निर्देश: एडीजी (कानून-व्यवस्था) विशाल बंसल का कहना है कि दीपावली पर सभी डीसीपी और एसपी को पुलिस मुख्यालय की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश जारी किए गए हैं. सभी जिलों में पुलिस, आरएसी और होमगार्ड्स का अतिरिक्त जाब्ता मुहैया करवाया गया है. इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
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संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त इंतजाम: उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में पहले अशांति या तनाव के हालत बने हैं. वहां शाम से देर रात तक पुलिस पिकेट्स तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं. थानाधिकारियों और वृत्ताधिकारियों को नियमित रूप से गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं. भीड़भाड़ वाली जगहों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात करने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
इंटेलिजेंस की मजबूती पर भी जोर: एडीजी बंसल के अनुसार, पुलिस अधिकारियों को अपने इंटेलिजेंस मैकेनिज्म को मजबूत करने, सभी सूचनाओं का तुरंत विश्लेषण करने और सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब सवा लाख का पुलिस जाब्ता है. यह दीपावली पर शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्राथमिकता से तैनात रहेगा.
अफवाह फैलाई तो खैर नहीं: उन्होंने बताया कि पिछले दिनों में जितनी भी बम की धमकियां मिली हैं. वे सभी पुलिस को ध्यान में हैं. उनके संबंध में भी मुस्तैदी बरती जा रही है. इन धमकियों के मद्देनजर बम निरोधक दस्तों को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी प्रकार का कोई इनपुट मिलने पर तुरंत एक्शन लिया जा सके. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुराने चिह्नित लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है. किसी भी प्रकार की भड़काऊ या तनाव को बढ़ाने वाली अफवाह फैलाने वालों पर भी तुरंत एक्शन लिया जा रहा है.