जगदलपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज ने नक्सलवाद समेत कई मुद्दों पर केंद्र को घेरा.दीपक बैज ने आरोप लगाए कि 5 साल में शांत रहे नक्सली 3 महीने की सरकार में उग्र हो गए. बीजेपी सरकार ने बस्तर की पांच साल की शांति तीन महीनों में छीन ली है.छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार बनने के बाद बस्तर में नक्सल गतिविधियां बढ़ गई है.
नक्सलवाद को लेकर केंद्र और राज्य का अलग मत: दीपक बैज ने छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा के शांति वार्ता की अपील पर भी सवाल उठाए.बैज ने कहा कि नक्सलवाद को लेकर केंद्र और राज्य सरकार का अलग मत है.बस्तर में केंद्रीय गृहमंत्री अलग बयान देते हैं.राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का अलग मत है.केंद्रीय मंत्री ने 2022 तक छत्तीसगढ़ को नक्सवाद मुक्त करने का दावा किया था.अब प्रदेश सरकार के गृहमंत्री शांति वार्ता की बात कह रहे हैं. गृहमंत्री को पहले केंद्रीय गृहमंत्री और जेपी नड्डा से पूछना चाहिए कि वे क्या चाहते हैं. पहले अपने विचार को स्पष्ट करने की आवश्यकता है. क्या वे बातचीत के जरिये नक्सलवाद खत्म करेंगे या बन्दूक के बदले बंदूक से खत्म करेंगे. यह स्पष्ट होना चाहिए.
''3 महीनों में बस्तर अशांत हुआ है. जो पिछले 5 सालों में कांग्रेस की सरकार में शांत रहा. बस्तर की जनता और बस्तर के जनप्रतिनिधि चाहते हैं कि बस्तर में शांति होनी चाहिए.बीजेपी सरकार को नक्सलवाद से निपटने के लिए जरिया चाहिए तो बस्तर के कांग्रेस जनप्रतिनिधियों से बात करे.सुझाव देने के लिए हम तैयार हैं.'' दीपक बैज. पीसीसी अध्यक्ष छत्तीसगढ़
केंद्र पर भी हमला : इस दौरान दीपक बैज ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला.दीपक बैज के मुताबिक देश में बेरोजगारी की सीमा पार हो चुकी है.महंगाई चरम पर है. पेट्रोल,डीजल, गैस और राशन के दाम आसमान छू रहे हैं. किसान परेशान हैं. इस कारण दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार्रवाई की जा रही है. पैलेट बुलेट्स चलाए जा रहे हैं.किसानों पर आंसू गैस छोड़ा जा रहा है. इन सभी चीजों के लिए केंद्र जिम्मेदार है.इसके अलावा अमित शाह के बस्तर दौरे पर भी दीपक बैज ने हमला बोला. अमित शाह के बस्तर दौरे को लेकर दीपक बैज ने कहा कि दौरा करके अमित शाह बुद्धिजीवी सम्मेलन से दूर भाग रहे हैं. उन्हें पता कि सम्मेलन में 10 सालों की बातें होंगी. जिसका बुद्धिजीवी जवाब उनके पास नहीं है.
चुनाव कौन लड़ेगा फैसला आलाकमान करेगा : छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी दीपक बैज ने जवाब दिया है. दीपक बैज के मुताबिक लोकसभा चुनाव के लिए बैठकें हो रही है.छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर रणनीति के साथ प्रत्याशियों को उतारेंगे. चुनाव किसे लड़ना है किसे नहीं,इसका फैसला आलाकमान करेगा.