रुद्रप्रयाग: जिला मुख्यालय में चट्टानी मलबा गिरने से हाईवे पर खड़ी 3 से ज्यादा बाइकें दब गई और क्षतिग्रस्त हो गई. गनीमत रही कि जिस वक्त मलबा गिरा, उस वक्त कोई गुजर नहीं रहा था. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. वहीं, घटना की सूचना पर पुलिस, आपदा प्रबंधन और प्रशासन मौके पर पहुंचा. जिसके बाद मलबा हटाने की कार्रवाई की गई.
जानकारी के मुताबिक, रुद्रप्रयाग नगर में ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर पुराने विकास भवन के पास पहाड़ी से अचानक मलबा आ गिरा. हाईवे पर पार्क हुई बुलेट, स्कूटी, बाइक मलबे में दब गई. गनीमत रही कि मलबा गिरते समय हाईवे से सटे फुटपाथ पर लोग आवाजाही नहीं कर रहे थे. जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया, इधर, मलबा गिरने के ऊपरी क्षेत्र के आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं.
बता दें कि इससे पहले भी एनएच की ओर से हाईवे चौड़ीकरण के दौरान भी स्थानीय लोगों ने भवनों की सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन तब नगर के आवासीय भवन स्वामियों की कोई सुनने वाला नहीं रहा. व्यापार संघ अध्यक्ष राय सिंह बिष्ट ने कहा कि एनएच ने हाईवे चौड़ीकरण में स्थानीय जन भावनाओं को दरकिनार किया. जिसका खामियाजा रुद्रप्रयाग के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. नगर में कई ऐसी खतरनाक जगहें हैं, जहां सुरक्षा दीवार लगाई जानी चाहिए. उन्होंने मामले में एनएच विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
वहीं, स्थानीय निवासी राकेश काला, शंभू प्रसाद काला, अंकुर खन्ना, लक्ष्मण सिंह कप्रवान, नरेंद्र बिष्ट आदि ने पहाड़ी से लगे भवनों की सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने कहा कि समय रहते हुए भवनों की सुरक्षा की जानी चाहिए. घटना की सूचना पर कोतवाली निरीक्षक राजेंद्र सिंह रौतेला मौके पर पहुंचे. जहां हाईवे से मलबा हटाने की कार्रवाई की जा रही है.
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