दुमका: केन्द्रीय जेल दुमका में आजीवन कारवास की सजा काट रहे कैदी साधन मुर्मू की सोमवार को मौत हो गई. मृतक पाकुड़ जिले के कोटालपोखर का रहने वाला था. डाक्टरों के तीन सदस्यीय टीम ने पोस्टमार्टम करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया. दरअसल, हत्या मामले में सजा काट रहे 63 साल के कैदी साधन मुर्मू का फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैदी वार्ड में 15 दिनों से इलाज चल रहा था. जहां सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने बताया कि बहुत पहले पिता का गांव में किसी से विवाद हुआ था. इस दौरान पिता ने गुस्से में आकर हमला कर दिया. दो दिन तक चले इलाज के बाद उस व्यक्ति की मौत हो गई थी. मामला कोर्ट तक पहुंचा और बाद में पाकुड़ की अदालत ने उसे दोषी पाकर उम्रकैद की सजा सुना दी.
टीबी और सीने में इंफेक्शन से पीड़ित था कैदी
अस्पताल प्रबंधन की माने तो एक महीने पहले ही कैदी साधन मुर्मू को पाकुड़ से दुमका जेल में शिफ्ट किया गया था. वह पहले से ही बीमार चल रहा था. जेल के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. लेकिन 15 दिन पहले सीने में इंफेक्शन और टीबी की वजह से उसे कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया. जहां सुबह उसकी मौत हो गई.
जेल प्रबंधन ने दी जानकारी
दुमका केन्द्रीय कारा के जेलर आर.के. सिंह ने बताया कि कैदी बीमारी की वजह से काफी कमजोर हो गया था. इलाज के बाद भी उसकी जान नहीं बच सकी. मौत की सूचना मिलने पर उसका बेटा और घर के दो सदस्य दुमका पहुंचे. अस्पताल के डॉ शशि, गौतम कुमार और अशोक ने शव का पोस्टमार्टम किया. पूरे पोस्टमार्टम की वीडियो रिकार्डिंग कराई गई. इसके बाद शव को मृतक के परिजनों को सौंप दिया.
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