झांसी: यूपी के झांसी पुलिस के अमानवीय व्यवहार के कारण सदमे से व्यापारी की मौत हो गई. परिजन का आरोप है कि विवाह घर के पैसे के लेनदेन के चलते पुलिस घर में घुसी. उनको सरेआम घसीट कर ले गई और वह इस बात से आहत हो गए. तबियत बिगड़ने पर उन्होंने दम तोड़ दिया. वहीं, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
झांसी के समथर थाना क्षेत्र के चोपड़ा बाजार निवासी ओम प्रकाश अग्रवाल एक प्रतिष्ठित व्यापारी थे. इनकी इलाके में कई दुकानें और रामराजा के नाम का विवाह घर भी है. ओमप्रकाश अग्रवाल के बेटे संतोष के अनुसार शनिवार को उनके विवाह घर में एक सामूहिक विवाह का कार्यक्रम था, जो की शाम खत्म हुआ. पिता जी ने आयोजकों से विवाह घर का बाकी का किराया 44 हजार रुपया मांगा, तो उन लोगों ने देने से मना कर दिया. काफी देर तक पैसे न मिलने पर पिताजी विवाह घर में ताला लगाकर घर वापस आ गए थे, जिसमें कई लोग विवाह घर में ही बंद थे.
वहीं, बंद लोगों ने पुलिस को सूचना दी. कुछ देर में पुलिस उनके घर में घुसी और बिना कुछ बात किए पिताजी घर घसीटकर अपने साथ ले गई. विवाह घर पहुंचने पर उनके पिता की तबियत खराब हो गई. उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. परिवार के लोग उनको झांसी मेडिकल कालेज ले गए. जहां, इलाज सही न होने के कारण उनको प्राइवेट अस्पताल में ले गया, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. मौत के बाद काफी हंगामा हुआ. एहतियातन काफी पुलिस फोर्स को बुलाया गया.
एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी ने बताया थाने में सूचना मिली थी कि संचालक ने विवाह घर में कुछ लोगो को बंद कर दिया है. इस सूचना पर समथर थाना प्रभारी अजमेर सिंह ओम प्रकाश अग्रवाल को विवाह घर का ताला खोलने के लिए अपने साथ लेकर गई थी. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही ही. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.