लखनऊ: चिनहट थाने में मोहित पांडेय की मौत से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. लॉकअप में तड़प रहे मोहित के सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि उसकी हालत शनिवार को ही बिगड़ गई थी. इसके बाद ही उसे अस्पताल ले जाया गया था. लॉकअप में मौजूद दूसरे लोग उसकी मदद करते दिखते हैं. इस मामले को लेकर पुलिस कठघरे में है. रविवार को मोहित के शव के साथ परिजनों ने सड़क पर प्रदर्शन किया. इस दौरान पहुंची सपा नेता पूजा शुक्ला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं भाजपा विधायक योगेश शुक्ला मोहित के घर पहुंचे और परिवार को 1 लाख की आर्थिक सहायता दी. बता दें कि इस मामले में थाना प्रभारी समेत 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है. साथ ही एसएचओ को सस्पेंड भी कर दिया गया है. वहीं रविवार को ही लखनऊ पुलिस ने मोहित पाण्डेय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट साझा की है. इसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं है. पुलिस कमिश्नर के मुताबिक विसरा और दिल को परिक्षण के लिए प्रीजर्व किया गया है.
रविवार को मोहित पांडे के परिजन गोमती नगर में मंत्री आवास के सामने धरने पर बैठ गए. धरने में परिवार के अलावा आसपास के काफी लोग इकट्ठा हो गए. विभूतिखंड में मंत्री आवास के पास मोहित पांडे का शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए सभी को वहां से हटाया.
उप्र की राजधानी में पिछले 16 दिनों में पुलिस ‘हिरासत में मौत (हत्या पढ़ा जाए)’ का दूसरा समाचार मिला है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 27, 2024
नाम बदलने में माहिर सरकार को अब ‘पुलिस हिरासत’ का नाम बदलकर ‘अत्याचार गृह’ रख देना चाहिए।
पीड़ित परिवार की हर माँग पूरी की जाए, हम उनके साथ हैं।
विधायक घर पहुंचे : रविवार को ही मोहित के परिजनों सांत्वना देने भाजपा विधायक योगेश शुक्ला घर पहुंचे. योगेश शुक्ला ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसे खिलाफ सख्त कार्रवाई करवाई होगी. विधायक ने एक लाख रुपये की आर्थिक मदद भी परिजनों को दी है. वहीं परिजनों ने कहा कि पहले हमारे पुत्र की हत्या हो गई है. उसके बाद अब उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. मृतक की मां तपेश्वरी देवी ने दोषियों को सख्त सजा, बहू को 50 लाख रुपए तथा नौकरी देने की सरकार से मांग की है.
पूजा शुक्ला को लिया गया हिरासत में: धरने में पहुंची समाजवादी पार्टी की नेता पूजा शुक्ला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस की लोगों से काफी धक्कामुक्की हुई. कुछ परिजनों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया. इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया. जबकि मोहित पांडेय के शव को घर पहुंचा दिया गया. जिसके बाद अंतिम संस्कार की तैयारी की गई.
थाना प्रभारी विभूति खंड को मिली जांच : चिनहट थाने मे दर्ज मुकदमे की विवेचना थाना प्रभारी विभूति खंड सुनील कुमार सिंह को मिली है. सुनील कुमार जांच करने के लिए रविवार को थाना चिनहट पहुंचे. थाने के लॉकअप का मुआयना किया तथा वहां पर मौजूद सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जांच पड़ताल की जा रही है.
इंस्पेक्टर समेत पांच समेत के खिलाफ रिपोर्ट दर्जः इससे पहले मोहित की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बाहर रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू किया था. रोड जाम ख़त्म कराने के लिए पुलिसकर्मियों से परिजनों की तीखी नोंकझोक हुई थी. जिसके बाद लखनऊ कमिश्नरी के पूर्वी जोन के साथ साथ नार्थ,सेंट्रल और साउथ जोन के पुलिस अधिकारियो के साथ 7 थानों की फाॅर्स मौके पर स्थिति को काबू करने के लिए भेजा गया. परिजनों ने मांग की मोहित के शव को उन्हें दिखाया जाए लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था के चलते मना कर दिया. इसके बाद रामदेश पांडेय ने चिनहट में तैनात एसएचओ समेत अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की. वहीं, सुबह आरोपी थानेदार अश्वनी चतुर्वेदी समेत 4 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
SHO चिनहट हटाए गए: इस मामले के तूल पकड़ने के बाद चिनहट के एसएचओ पर कार्रवाई की गई है. पुलिस कमिश्नर ने एसएचओ अश्वनी चतुर्वेदी को सस्पेंड कर दिया है. उनके स्थान पर सब इंस्पेक्टर भरत पाठक को चार्ज दिया गया है.
यह था पूरा मामला : मोहित (32) विभूतिखंड के विभवखंड 4 में परिवार संग रहता था. चिनहट के देवा रोड स्तिथ जैनाबाद गांव में स्कूल ड्रेस का कारोबार करता था. परिजनों ने बताया कि शुक्रवार देर शाम करीब 9 बजे एक विवाद में मोहित पांडेय को चिनहट पुलिस कोतवाली लाई थी. रात में मोहित की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसे राम मनोहर हास्पिटल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक की पत्नी और परिजनों का कहना है कि उन्हें थाने में मिलने तक नहीं दिया गया. भाई शोभाराम चिनहट थाने में पुलिस से छोड़ने की विनती लेकर गया तो उसे भी बैठा लिया और फिर रात भर टॉर्चर किया गया.