कांकेर : कांकेर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित बनसागर गांव में डायरिया के प्रकोप ने दो लोगों की जान ले ली है. बताया जा रहा है कि गांव को जिस बोर से पानी सप्लाई किया जाता था,उसकी पाइपलाइन में लीकेज थी.जिसके कारण कई घरों के लोग प्रभावित हुए.डायरिया और उससे हुई मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाया है. स्वास्थ्य विभाग गांव में स्वास्थ्य शिविर लागकर डोर टू डोर जांच कर रही है.
दूषित पानी के कारण फैला था डायरिया : गांव में अब तक 12 ग्रामीणों में डायरिया के लक्षण मिले हैं. जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमोडा में इलाज के लिए भर्ती किया गया है. वहीं पूरे मामले में PHE विभाग की लापरवाही भी सामने आई है. क्योंकि दूषित पानी की वजह से ही गांव में डायरिया फैला है.आपको बता दें कि 29 अगस्त को नरहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मरीज भानु बाई सलाम को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद लाया गया था. जिनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई . तीन दिन से भानु बाई को उल्टी दस्त की शिकायत थी.
स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर जांच की शुरु : गांव में हुई मौतों के बाद बनसागर में स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर जांच करना शुरू किया. शुरुआत में यह बात सामने आई है कि गांव के पंचायत के सामने के बोर से गांव के एक वार्ड को पानी सप्लाई होता है. पानी सप्लाई का पाइप एक सैफ्टिक टैंक से होकर गुजरता है. जिसमें लीकेज है. इसी लीकेज के कारण पानी दूषित हुआ.
गांव के बोर का पानी दूषित होने के कारण डायरिया फैला है. मैंने एक तारीख से बोर के पानी के सप्लाई को बंद कराया है.गांव की जनसख्या लगभग 934 लोगों के आस-पास है. उसमें फरसापारा में ही डायरिया के मरीज मिल रहे हैं. अभी तक एक महिला भानु बाई सलाम और एक पुरुष राम करण निषाद की मौत हुई है- पुष्पा वट्टी, सरपंच
दहशत में है ग्रामीण : ग्रामीणों ने बताया कि गांव में डायरिया फैलने से लोग दहशत में है. स्वास्थ्य शिविर में जाकर लोग अपना स्वास्थ्य जांच करा रहे हैं.पानी सप्लाई के पाइप को सेफ्टिक टैंक के पास से ले जाने के कारण पानी दूषित हो गया है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग शिविर लगाकर जांच कर रहा है. लेकिन अब तक PHE विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नदारद दिखे.
डायरिया फैलने के कारण हमने गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया है.फिर हमने पानी सप्लाई की जांच की,जिसके बाद घरों का सर्वे किया. जिसमें पता चला कि पानी सप्लाई वाले पाइप में लीकेज है.जितने घरों में पानी सप्लाई हो रहा था,उनका सामूहिक रूप से सैंपल लिया गया.जिसमें कुछ घरों में पानी दूषित मिला.वहां डायरिया के मरीज थे.जिनका इलाज किया जा रहा है- भूपेंद्र ध्रुव, बीएमओ
आपको बता दें कि 1 अक्टूबर को 15 लोगों की जांच की गई. जिसमें 7 डायरिया पीड़ित पाए गए. 2 अक्टूबर को 80 जांच हुई. जिसमें 6 दस्त पीड़ित पाए गए. 3 अक्टूबर को 15 घरों की जांच की गई जिसमें 2 दस्त पीड़ित मिले. 4 अक्टूबर को 177 घरों में सर्वे हुआ,जिसमें 2 एक्टिव पाए गए हैं. वहीं शनिवार 5 अक्टूबर को टीमें सर्वे कर रही है.