रामगढ़ः जिले के थाना चौक स्थित गांधी घाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई गई. इस दौरान रामगढ़ डीसी चंदन कुमार, कई सामाजिक संस्था के सदस्य और गणमान्य लोगों ने महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
महात्मा गांधी का पूरा जीवन प्रेरणादायकः इस मौके पर डीसी चंदन कुमार ने कहा कि गांधी जी के द्वारा किए गए कार्यों को हम याद करते हैं. गांधी जी की पूरी जिंदगी प्रेरणादायक है. देश को महान बनाने में महात्मा गांधी का बहुत बड़ा योगदान है. उनके आदर्शों पर चल देश को महान बनाया जा सकता है. उनका योगदान अपने आप में अविस्मरणीय है.
गांधी जी ने अपनी आत्मकथा में लिखी हैं ये बातेंः जो बातें गांधी जी ने अपनी आत्म कथा सत्य के प्रयोग में कही हैं वे उनके जीवन दर्शन को दर्शाती हैं. पिछले 30 वर्षों से जिस चीज को पाने के लिए लालायित हूं वो है स्व की पहचान, भगवान से साक्षात्कार और मोक्ष. इस लक्ष्य को पाने के लिए ही मैं जीवन व्यतीत करता हूं. मैं जो कुछ भी बोलता और लिखता हूं या फिर राजनीति में जो कुछ भी करता हूं वो सब इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ही है.
रामगढ़ के दामोदर नदी के किनारे बापू का पवित्र अस्थि कलश है स्थापितः रामगढ़ के दामोदर नदी के किनारे बापू का पवित्र कलश स्थापित है. जब बापू दिवंगत हुए थे, उस समय 16 कलश पूरे देश में अलग-अलग स्थानों में ले जाया गया था. जिसमें एक कलश रामगढ़ में स्थापित किया गया है, जो दामोदर नदी के किनारे गांधी घाट के रूप में जाना जाता है.
रामगढ़ से बापू को था खास लगावः गांधी जी का लगाव रामगढ़ से भी था. रामगढ़ की ऐतिहासिक धरती से होकर गुजरने वाली दामोदर नदी के तट स्थित गांधी घाट हमेशा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद ताजा कराती है. यहां स्थित बापू के समाधि स्थल पर हर साल दो अक्टूबर और 30 जनवरी को मुक्तिधाम संस्था द्वारा श्रद्धांजलि सभा और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है. शहर के लोग, जनप्रतिनिधि सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी यहां आते हैं और बापू को याद करते हैं.
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