नई दिल्ली: दिल्ली में गुरुवार को स्टेट लेवल मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य भूकंप और आग जैसी आपात स्थितियों के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों, नागरिकों और स्वयंसेवकों की तैयारियों का मूल्यांकन करना था. मॉक ड्रिल दिल्ली के 50 से अधिक स्थानों पर आयोजित की गई. मॉक ड्रिल में बेहतरीन समन्वय का प्रदर्शन कर आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने दूसरी एजेंसियों की सतर्कता एवं तैयारियों को परखा.
विभिन्न आपातकालीन परिदृश्यों का अनुकरण: दक्षिण दिल्ली में भी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट मेकला चैतन्य प्रसाद के नेतृत्व में जिला प्रशासन की ओर से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इसमें दिल्ली पुलिस, दिल्ली दमकल विभाग, एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड, बीएसईएस, आईजीएल हेल्थ विभाग, कैट एंबुलेंस और डिजास्टर विभाग ने हिस्सा लिया. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए दक्षिण दिल्ली जिला के पांच अलग-अलग इलाकों से घटना की सूचना प्राप्त होते ही टीमों का गठन कर उन्हें मौके पर पहुंचने का आदेश दिया गया. इसके बाद तमाम विभाग मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गए.
आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा: मॉक ड्रिल में दक्षिण दिल्ली जिला के डीसीपी अंकित चौहान और एसीपी, कई थानों के थाना प्रभारी समेत सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे. देश और दुनिया में हर साल हजारों लोगों की जान प्राकृतिक आपदाओं और इंसानों द्वारा की गई गलती के कारण चली जाती है. ऐसी ही आपातकालीन स्थिति से लोगों को बचाने के लिए तमाम विभाग अपनी अपनी तैयारी और क्षमता को परखने के लिए हर साल मॉक ड्रिल करते हैं ताकि पता किया जा सके कि हम आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं.