बेतिया: लगातार हो रही बारिश और नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण बिहार में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. पश्चिमी चम्पारण बेतिया में चम्पारण तटबंध सिंगहि पर खतरा बढ़ गया है. बैरिया में भीषण कटाव हो रहा है. गांव के ऊपर खतरा मंडरा रहा है. बांध पर गंडक नदी लगातार कटाव कर रही हैं जिससे गंडक नदी और बांध के बीच महज 15 से 20 फीट की दूरी ही रह गई है.
बेतिया में कटाव से बांध पर खतरा मंडराया: गौरतलब है कि पिछले चार दिन से बैरिया के सिंगहि भीषण कटाव हो रहा है. चम्पारण तटबंध सिंगहि पर खतरा मंडराने लगा है. बांध और नदी की दूरी मात्र 15 से 20 मीटर रह गई है. ग्रामीणों के शिकायत के बावजूद भी अधिकारी नहीं आ रहे थे. जब तटबंध पर खतरा मंडराने लगा तो जल संसाधन विभाग के अधिकारी पहुंचे और युद्ध स्तर पर कटावरोधी कार्य में जुट गये हैं. सैंड बैग नदी में गिराया जा रहा है.
"यहां युद्धस्तर से काम किया जा रहा है. सैंड बैग से कटाव को रोका जा रहा है. हर हाल में बांध का बचा लिया जाएगा. ग्रामीणों की शिकायत के नहीं सुनने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी." -संजय सिंह, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, जल संसाधन विभाग
अधिकारी नहीं सुन रहे सिकायत: वहीं ग्रामीणों का आरोप है जो कटाव रोधी कार्य किया जा रहा है वह नकाफी है. इस सैंड बैग से कटाव नहीं रूक सकता है. ग्रामीणों का कहना है कि लगातार यहां के अधिकारियों को फोन कर रहे थे, लेकिन कोई यहां पर नहीं पहुंचा. आज 11 बजे जल संसाधन विभाग के अधिकारी पहुंचे हैं. सैंड बैग के जरिए कटाव को रोका जा रहा है.
हर हाल में बांध का बचाया जाएगा: वहीं जल संसाधन विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय सिंह का कहना है की हर हाल में बांध को बचा लिया जायेगा. पूछने पर की अधिकारी समय से नहीं पहुंचे हैं लापरवाही बरती गई है. उन्होंने कहां की ग्रामीणों से जो शिकायत मिली है उसकी जांच कर कार्रवाही की जाएगी.
ये भी पढ़ें
Bettiah News : गंडक नदी के जलस्तर में आई कमी, ग्रामीणों को सता रहा बांध टूटने का खतरा
Bettiah News : बेतिया में बाढ़ से पहले सताने लगा कटाव का डर, बांध के नाम पर खानापूर्ति का आरोप