इंदौर: देश भर में आजकल लोगों को डिजिटल हाउस अरेस्ट कर लाखों-करोड़ों रुपये ठगे जाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में आज इंदौर के एडिशनल डीसीपी को भी हाउस अरेस्ट करने को लेकर कॉल आई. पुलिस ने इस पूरे मामले में केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. साथ ही एडीसीपी ने लोगों को जागरूक रहने की हिदायत दी है.
फ्रॉड ने एडीसीपी को फोन कर खुद को सीबीआई अधिकारी बताया
साइबर फ्रॉड को लेकर अवेयरनेस फैलाने के लिए इंदौर में अलग-अलग तरह की मुहिम चलाकर लोगों को जागरूक रहने की हिदायत देने वाले एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया को एक हाउस अरेस्ट से संबंधित कॉल आई. संबंधित फ्रॉड ने एडिशनल डीसीपी को फोन कर खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और एक मामले में मुकदमा दर्ज होने की बात कही. उसके बाद वह अलग-अलग तरह से उनको धमकाने लगा.
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जिस दौरान एडिशनल डीसीपी को कॉल आई वह मीडिया को ब्रीफिंग कर रहे थे. उन्होंने संबंधित व्यक्ति का फोन उठाया और स्पीकर पर उसकी बातों को मीडियाकर्मियों को सुनाया. साइबर फ्रॉड इस दौरान अलग-अलग अधिकारी बनकर कॉल रिसीव कर उनको धमकाने की कोशिश करता रहा. एडिशनल डीसीपी धमकाने वाले व्यक्ति को बताया कि वह खुद एक पुलिसकर्मी हैं और क्राइम ब्रांच में तैनात हैं.
एडिशनल डीसीपी ने इस पूरे मामले में शहर की जनता को जागरूक रहने के साथ ही इस तरह की कॉल आने पर तुरंत पुलिस को शिकायत करने की बात कही. साथ ही उन्होंने फोन नंबर के आधार पर धमकाने वाले के खिलाफ केस दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.