कुचामनसिटी: डीडवाना पुलिस ने मंगलवार को करीब 10 करोड़ रुपए से अधिक के साइबर फ्रॉड के मामले का खुलासा किया है. डीडवाना कुचामन जिला एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. सभी बदमाश आम गरीब और बेरोजगार लोगों के बैंक खातों को किराए पर लेते थे और फिर उनसे लाखों, करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन करवाते थे. इसके एवज में खाताधारकों को कुछ कमीशन भी देते थे. पुलिस ने जब आरोपियों को पकड़ा, तो उनके पास से 1.10 लाख रुपए की नगदी बरामद हुई. वहीं 6 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, 16 एटीएम कार्ड और दो चेक बुक भी बरामद हुई है. इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से एक थार गाड़ी और एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है.
डीडवाना एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अमरपुरा रोड पर स्थित एक मकान में कुछ संदिग्ध लोग मौजूद हैं. इस पर पुलिस ने मकान पर छापा मारा, जहां चार युवक मौजूद मिले. उनके पास से मिले मोबाइल फोन का जब साइबर टीम ने अनुसंधान किया, तो पुलिस आश्चर्यचकित रह गई. आरोपियों के मोबाइल फोन में दर्जनों व्यक्तियों के नाम से बैंक खाता और बाइनेंस प्रो एप डाउनलोड मिला, जिसके मार्फत आरोपी यूएसडीटी साइबर फ्रॉड की राशि का लेनदेन कर रहे थे. पुलिस ने जब मोबाइल फोन की जांच की, तो विभिन्न बैंकों के दर्जनों खातों में करोड़ों रुपए का लेनदेन पाया गया.
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने यूएसडीटी की खरीद फरोख्त कर साइबर ठगी के करोड़ों रुपए फर्जी खातों में जमा करवाए हैं. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि इस साइबर गैंग के विरुद्ध जयपुर के काला डेरा पुलिस थाने में 50 लाख से अधिक राशि के साइबर फ्रॉड की शिकायत भी दर्ज है. वहीं त्रिपुरा, तेलंगाना जैसे राज्यों में भी यह आरोपी एक करोड़ से अधिक की साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस के मुताबिक ठगों के पास जो बैंक खाता मिले हैं, उन पर 8 साइबर शिकायतें दर्ज पाई गई है.