खैरथल: राजस्थान में खैरथल जिला कलेक्टर किशोर कुमार के नाम से व्हाट्सएप पर फोटो को डीपी लगाकर फ्रॉड करने का मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने एक विदेशी फर्जी व्हाट्सएप नंबर पर जिला कलेक्टर की फोटो लगाकर अधिकारियों और परिचितों से साइबर फ्रॉड करने की कोशिश की. खैरथल जिला कलेक्टर ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस तरह के मामले नागौर व भीलवाड़ा में भी अधिकारियों के नाम की डीपी लगाकर ठगने की कोशिश की थी. कुछ दिन पहले करौली में इस तरह का मामला सामने आया था.
कलेक्टर किशोर कुमार ने बताया कि साइबर ठगी के इस गंभीर मामले में उनके नाम से फर्जी आईडी बनाकर अधिकारियों व परिचितों से साइबर फ्रॉड की कोशिश की गई है. जिला कलेक्टर ने बताया कि साइबर ठगों ने उनके एक फोटो का इस्तेमाल कर और उनके नाम से एक फर्जी विदेशी व्हाट्सएप नंबर के जरिए अकाउंट बनाकर साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. मामले की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक खैरथल मनीष कुमार एवं पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी ज्येष्ठा मैत्रेयी को इस घटना की जानकारी दी.
घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर ने तत्काल जिला स्तर के अधिकारियों के ग्रुप और अन्य परिचितों को मैसेज कर साइबर ठगी से सावधान रहने की अपील की और इस नंबर से किसी को भी मैसेज मिलने पर रिप्लाई व पैसे नहीं डालने और सावधान रहने की भी अपील की है.
जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने बताया कि कुछ अधिकारियों और उनके कुछ परिचितों को विभिन्न विदेशी नंबरों से उनके व्हाट्सएप चैटिंग पर कलेक्टर के नाम से मैसेज आ रहे हैं. अधिकारियों और परिचितों को मैसेज किया नंबर उज्बेकिस्तान का है, जिस पर उनकी फोटो लगी हुई है. इस पूरी घटना के बाद जिला साइबर टीम आईपी एड्रेस और अन्य तकनीकी माध्यम से आरोपी को ट्रैस करने की कोशिश कर रही है.