कोटा. देशभर से कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस के लाखों बच्चे पढ़ने आते हैं और अब उनके पेरेंट्स को साइबर क्राइम से जुड़े अपराधी अपना शिकार बना रहे हैं. इन पैरंट्स के नंबर का जुगाड़ कर उन्हें फोन करके झांसे में लिया जा रहा है. जिसके बाद उनके साथ साइबर ठगी की वारदातें हो रही हैं. ऐसे कई पेरेंट्स से पैसा भी ऐंठा जा चुका है. इस पूरे मामले पर कोटा शहर एसपी डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि पेरेंट्स को फोन किया जा रहा है कि उनके बेटे का अपहरण हो गया है या फिर उसे कुछ राशि के चक्कर में उन्होंने बंधक बना लिया है.
ऐसे में उसे छुड़ाने के लिए पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाए. ऐसा करीब एक दर्जन से ज्यादा पेरेंट्स के साथ हो चुका है. इसके अलावा कुछ पेरेंट्स को यह भी फोन आते हैं कि उनके बेटे के खिलाफ कोटा में आपराधिक प्रकरण दर्ज हो गया है. ऐसे में उसके निस्तारण के लिए लाखों रुपए उन्हें देने होंगे. ऐसे में कई पेरेंट्स डर के कारण इन साइबर फ्रॉड करने वाली टीम के चंगुल में फंस जाते हैं.
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कंट्रोल रूम पर फोन कर लें जानकारी : एसपी डॉ. दुहन का कहना है कि साइबर अपराधियों ने नया तरीका निकाल लिया है. वे कहीं से पैरेट्स के नंबर निकाल कर उन्हें फोन करते हैं. सैकड़ों की संख्या में फोन साइबर फ्रॉड के लिए पेरेंट्स को फोन किए जा रहे हैं. उन्होंने पेरेंट्स को सलाह दी है कि तुरंत कोटा पुलिस की स्टूडेंट हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम नंबर पर कॉल करके वेरीफाई किया जाए. वह इस तरह के मामले में वेरीफाई करेंगे तो साइबर फ्रॉड से बचा जा सकता है.
स्टूडेंट सेल - 9530442778
पुलिस कंट्रोल रूम - 9530442777, 0744-2350777