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1.42 करोड़ रुपए की साइबर ठगी का मास्टरमाइंड अनिल मीणा गिरफ्तार - fraud of more than Rs 1 crore

जयपुर की खोह नागोरियान थाना पुलिस ने 1.42 करोड़ रुपए की साइबर ठगी के मामले में मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है.

mastermind of fraud arrested
ठगी का मास्टरमाइंड अनिल मीणा गिरफ्तार
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 31, 2024, 8:58 PM IST

जयपुर. खोह नागोरियान थाना पुलिस ने 1.42 करोड़ की साइबर ठगी मामले में बुधवार को मास्टरमाइंड अनिल मीणा को गिरफ्तार किया है. जयपुर पुलिस ने आरोपी को पकड़कर मुंबई पुलिस के हवाले किया है. आरोपी के कब्जे से मोबाइल, एटीएम, चेक बुक सहित अन्य सामग्री बरामद की गई है.

डीसीपी ईस्ट ज्ञानचन्द्र यादव के मुताबिक 1.42 करोड़ की ठगी के आरोपी धौलपुर निवासी अनिल कुमार मीणा को गिरफ्तार किया गया है. हाल आरोपी गांधी नगर, खातीपुरा थाना खोह नागोरियान जयपुर में रह रहा था. आरोपी के विरूद्ध साइबर पुलिस थाना घाटकोपर (मुम्बई) में 1.42 करोड़ रुपए की साइबर ठगी करने का प्रकरण पंजीबद्द था. जिसमें आरोपी काफी समय से वांछित था.

पढ़ें: अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठग गैंग का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार, 15 करोड़ से ज्यादा लोगों के कार्ड का डेटा मिला

घाटकोपर साइबर थाने की तहरीर पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर ईस्ट सुमन चौधरी के सुपरविजन में एसीपी मालवीय नगर संजय शर्मा के निर्देशन में थानाधिकारी सुरेश यादव के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. वांछित आरोपी अनिल मीणा के बारे में तमाम आसूचना संकलन की गई. दबिश देकर इन्दिरा गांधीनगर जयपुर से दस्तयाब कर लिया गया. आरोपी काफी शातिर है. आरोपी बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था, लेकिन सटीक जानकारी के बाद इंदिरा गांधी नगर से दबोच लिया गया. इसके बाद आरोपी को घाटकोपर पुलिस थाना की टीम के निरीक्षक महेश जाधव, हेड कांस्टेबल आकाश शिन्दे और कांस्टेबल विजय काम्बले की टीम को सुपुर्द किया गया. आरोपी के कब्जे से 4 मोबाइल फोन, 12 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, दो चैक बुक बरामद की गई है.

पढ़ें: ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर किसान से साइबर ठगी, 2 आरोपी गिरफ्तार

वारदात का तरीका: आरोपी अनिल मीणा अपने अन्य सहयोगियों के साथ सोशल साइट्स में पार्ट टाइम जाब ऑफर कर अच्छी प्रोफाइल के लोगों को टारगेट करता था. उनको पहले एक लिंक उनके मोबाइल पर भेजते थे, उसके बाद उस व्यक्ति की ओर से लिंक पर क्लिक करने पर उनके मोबाइल में यूटयूब पर एक वीडियो प्ले होता था, जिसमें ये लोग षडयंत्रपूर्वक शेयर मार्केट में रकम निवेश करने और मुनाफा कमाने के संबध में जानकारी देते थे. फिर उनका निवेश अपनी कम्पनी के मार्फत करवाकर शुरुआत में प्रोफिट दिखाते और फिर पीड़ित को प्रलोभन के बाद उनकी भारी रकम निवेश करवाकर अपने खातों में रुपए ट्रांसफर कर लेते थे और मोबाइल बंद कर लेते थे. उन्होंने एक कंपनी बना रखी थी. गपशप कैफे नाम से लोगों को आनलाइन जोड़कर 200 रुपए बोनस का झांसा देते थे और पेमेंट ऐप्स पर आनलाइन रुपए ट्रांसफर करवाकर ठगी करते थे.

पढ़ें: जोधपुर में डॉक्टर से साइबर ठगी, सेना के मरीज भेजने के नाम पर फंसाया जाल में

मुम्बई पुलिस साइबर ठगों के पूरे रैकेट का फर्दाफाश कर रही है, जिसमें मुख्य सहयोगी अनिल मीणा जिसके बैंक खातों में अब तक 1.42 करोड़ रुपए की ठगी की रकम जमा होकर अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है. पुलिस थाना खोह नागोरियान को शातिर आरोपी को गिरफ्तार करने के संबध में अवगत कराया. जिस पर थानाधिकारी के नेतृत्व में तत्काल एक टीम का गठन कर रैकी की गई. आरोपी ने आंशका के आधार पर अपना फ्लैट बदल लिया था. लेकिन पुलिस के पुख्ता सूचना संकलन और रैकी के आधार पर आरोपी को दबोचने में कामयाबी हासिल की है. आरोपी पिछले 10 माह से मुम्बई पुलिस से वांछित चल रहा था.

जयपुर. खोह नागोरियान थाना पुलिस ने 1.42 करोड़ की साइबर ठगी मामले में बुधवार को मास्टरमाइंड अनिल मीणा को गिरफ्तार किया है. जयपुर पुलिस ने आरोपी को पकड़कर मुंबई पुलिस के हवाले किया है. आरोपी के कब्जे से मोबाइल, एटीएम, चेक बुक सहित अन्य सामग्री बरामद की गई है.

डीसीपी ईस्ट ज्ञानचन्द्र यादव के मुताबिक 1.42 करोड़ की ठगी के आरोपी धौलपुर निवासी अनिल कुमार मीणा को गिरफ्तार किया गया है. हाल आरोपी गांधी नगर, खातीपुरा थाना खोह नागोरियान जयपुर में रह रहा था. आरोपी के विरूद्ध साइबर पुलिस थाना घाटकोपर (मुम्बई) में 1.42 करोड़ रुपए की साइबर ठगी करने का प्रकरण पंजीबद्द था. जिसमें आरोपी काफी समय से वांछित था.

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घाटकोपर साइबर थाने की तहरीर पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर ईस्ट सुमन चौधरी के सुपरविजन में एसीपी मालवीय नगर संजय शर्मा के निर्देशन में थानाधिकारी सुरेश यादव के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. वांछित आरोपी अनिल मीणा के बारे में तमाम आसूचना संकलन की गई. दबिश देकर इन्दिरा गांधीनगर जयपुर से दस्तयाब कर लिया गया. आरोपी काफी शातिर है. आरोपी बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था, लेकिन सटीक जानकारी के बाद इंदिरा गांधी नगर से दबोच लिया गया. इसके बाद आरोपी को घाटकोपर पुलिस थाना की टीम के निरीक्षक महेश जाधव, हेड कांस्टेबल आकाश शिन्दे और कांस्टेबल विजय काम्बले की टीम को सुपुर्द किया गया. आरोपी के कब्जे से 4 मोबाइल फोन, 12 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, दो चैक बुक बरामद की गई है.

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वारदात का तरीका: आरोपी अनिल मीणा अपने अन्य सहयोगियों के साथ सोशल साइट्स में पार्ट टाइम जाब ऑफर कर अच्छी प्रोफाइल के लोगों को टारगेट करता था. उनको पहले एक लिंक उनके मोबाइल पर भेजते थे, उसके बाद उस व्यक्ति की ओर से लिंक पर क्लिक करने पर उनके मोबाइल में यूटयूब पर एक वीडियो प्ले होता था, जिसमें ये लोग षडयंत्रपूर्वक शेयर मार्केट में रकम निवेश करने और मुनाफा कमाने के संबध में जानकारी देते थे. फिर उनका निवेश अपनी कम्पनी के मार्फत करवाकर शुरुआत में प्रोफिट दिखाते और फिर पीड़ित को प्रलोभन के बाद उनकी भारी रकम निवेश करवाकर अपने खातों में रुपए ट्रांसफर कर लेते थे और मोबाइल बंद कर लेते थे. उन्होंने एक कंपनी बना रखी थी. गपशप कैफे नाम से लोगों को आनलाइन जोड़कर 200 रुपए बोनस का झांसा देते थे और पेमेंट ऐप्स पर आनलाइन रुपए ट्रांसफर करवाकर ठगी करते थे.

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मुम्बई पुलिस साइबर ठगों के पूरे रैकेट का फर्दाफाश कर रही है, जिसमें मुख्य सहयोगी अनिल मीणा जिसके बैंक खातों में अब तक 1.42 करोड़ रुपए की ठगी की रकम जमा होकर अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है. पुलिस थाना खोह नागोरियान को शातिर आरोपी को गिरफ्तार करने के संबध में अवगत कराया. जिस पर थानाधिकारी के नेतृत्व में तत्काल एक टीम का गठन कर रैकी की गई. आरोपी ने आंशका के आधार पर अपना फ्लैट बदल लिया था. लेकिन पुलिस के पुख्ता सूचना संकलन और रैकी के आधार पर आरोपी को दबोचने में कामयाबी हासिल की है. आरोपी पिछले 10 माह से मुम्बई पुलिस से वांछित चल रहा था.

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