मुजफ्फरपुर: बिहार में साइबर अपराधियों ने पैसे ठगने का नया तरीका ढूंढ निकाला है. अब साइबर ठग पुलिस बनकर लोगों को अपने झांसे में ले रहे हैं. मामला मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र का है. जहां एक महिला से 90 हजार रुपए की ठगी कर ली गई.
पुलिस बनकर महिला को किया फोन: साइबर फ्रॉड के नये ट्रेंड में ठगों ने पुलिस बनकर महिला को फोन किया और कहा कि उसका बेटा दुष्कर्म के केस में फंस गया है. लेकिन डीएनए रिपोर्ट में उसका पुत्र निर्दोष है. इसके बाद छोड़ने के बदले पांच बार में आनलाइन 90 हजार रुपये की ठगी कर ली गई. मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब उसका पुत्र खुद घर पहुंचा.
पीड़ित महिला ने दर्ज कराई शिकायत: इस संबंध में महिला ने काजी मोहम्मदपुर थाने में एक मोबाइल नंबर व तीन यूपीआइ धारक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है. महिला ने आवेदन में पूरी घटना बताई है. मामले को लेकर काजी मोहम्मदपुर थानेदार मनोज कुमार साह ने बताया कि ''शिकायत दर्ज कर ली गई है. साइबर सेल की मदद से इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.''
"मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस वाला बताया. उसने कहा कि मेरा पुत्र, चार लड़कों के साथ दुष्कर्म केस में पकड़ा गया है. डीएनए जांच रिपोर्ट के मुताबिक उनका पुत्र निर्दोष है. इसलिए उसे छोड़ने के बदले रुपये देने होंगे. जिसके बाद मैंने उसके बताए नंबर पर यूपीआई से पैसे भेज दिए. रुपये भेजने के बाद बेटा जब घर पहुंचा तो ठगी का पता चला."- पीड़ित महिला
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