कानपुर: शहर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ लैंग्वेज के छात्र जर्मन फ्रेंच और रूसी भाषा में ज्वाइंट सर्टिफिकेशन कोर्स कर सकेंगे. सर्टिफिकेशन कोर्स 30 छात्रों के साथ एक साल के लिए होगा. वहीं, रूसी भाषा में यह कोर्स छत्रपति शाहूजी महाराज और रूस की संस्थाओं के मिले-जुले सहयोग से कराया जाएगा. इस कोर्स के लिए रूस की श्रेष्ठ संस्थानों जैसे रूस सॉफ्ट संगठन और चेंबर फॉर इंडो रूसो टेक्नोलॉजी कोलाब्रेशन के साथ एक करार किया गया है. पहले साल में स्कूल ऑफ लैंग्वेज के 30 छात्रों के साथ एक साल का सर्टिफिकेशन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. इस एमओयू के अंतर्गत रूसी ज्ञान भाषा और तकनीक का भारत में प्रचार प्रसार करने पर सहमति दी गई है.
छात्रों को मिलेंगे रोजगार के अवसर: इस पूरे मामले पर सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने कहा, कि जब छात्र अपने पाठ्यक्रम के साथ-साथ विदेशी भाषाओं का भी ज्ञान हासिल करेंगे तो, निश्चित तौर पर उनके लिए रोजगार के तमाम अवसर भी सामने होंगे. उन्होंने कहा, कि जिस तरीके से छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, उससे आने वाले समय में अपनी जॉब को लेकर उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना होगा. ऐसे में जब वह अपने पाठ्यक्रम के साथ ही विदेशी भाषाओं को सीखेंगे, जानेंगे, समझेंगे तो निश्चित तौर पर पढ़ाई पूरी होते ही उनके हाथ में नौकरी होगी. प्रोफेसर पाठक ने कहा, फिलहाल छात्रों को इस सर्टिफिकेट कोर्स के लिए किसी तरीके का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा.
जुलाई से डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन पढ़ने का भी मौका मिलेगा: देशभर के छात्र जो छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय से जुड़कर ऑनलाइन पढ़ाई करना चाहते थे, उनके लिए विश्वविद्यालय की ओर से जुलाई 2024 से ही कई पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन पढ़ाई का मौका दिया जाएगा. यही नहीं विश्वविद्यालय की ओर से पहली बार इसी सत्र से छात्रों को डिस्टेंस लर्निंग के तहत विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले का मौका भी मिलेगा. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने कहा, कि छात्र चाहें तो विश्वविद्यालय की वेबसाइट को लगातार देख सकते हैं. बहुत जल्द दूरस्थ शिक्षा और ऑनलाइन एजुकेशन के संदर्भ में सारी जानकारियां वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाएगी.
यह भी पढ़े-सूबे में पहली बार सीएसजेएमयू में बनेगा बॉयो डायवर्सिटी पार्क, साइबेरियन पक्षी बनाएंगे घर