कानपुर : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर को कैटेगरी 1 में लिस्टेड किया गया है. इसी के साथ विश्वविद्यालय देश के सर्वोच्च विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है. नैक ए प्लस के बाद विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि ऐतिहासिक है. कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक ने राज्यपाल आंनदीबेन पटेल को इसका श्रेय दिया है.
सोमवार को यूजीसी की ओर से कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक को भेजे गए पत्र में विश्वविद्यालय के श्रेणीकरण के बारे में स्वीकृति प्रदान करने की सूचना दी गई. यूजीसी सचिव मनिष आर जोशी की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि 13 फरवरी 2024 को आयोजित 577वीं बैठक में सीएसजेएमयू कानपुर उत्तर प्रदेश से प्राप्त प्रस्ताव की समीक्षा के बाद यूजीसी द्वारा इस विश्वविद्यालय को श्रेणी- 1 विश्वविद्यालय का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है.
यूजीसी की श्रेणी-1 के तहत विश्वविद्यालय स्वायत्ता के नए आयामों के साथ बेहतर अकादमिक वातावरण को तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकेगा. यूजीसी की ओर से ग्रेडेड स्वायत्ता प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालयों को विनियम, 2018 के खंड-4, अर्थात श्रेणी 1 विश्वविद्यालयों के लिए स्वायतत्ता के तहत मिलने वाले हितों का लाभ उठाने का अवसर ले सकेगा.
वैश्विक पटल पर दिखेगा असर : यूजीसी की ओर से श्रेणी- 1 विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद सीएसजेएमयू अकादमिक जगत के वैश्विक पटल पर उभरेगा. श्रेणी- 1 विश्वविद्यालय के तहत विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ बिना किसी बाधा के बेहतर अकादमिक संबंध, शोध के नए अवसर, साझा अनुसंधान के प्रोजेक्ट समेत ऑनलाइन पाठ्यक्रम से लेकर विषयों में स्वायत्तता के तहत लाभ उठा सकेगा.
बधाइयों का लगा तांता : यूजीसी की ओर से श्रेणी- 1 विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद सीएसजेएमयू को पुरातन छात्र-छात्राओं के साथ, देश-विदेश से बधाइयां मिलनी शुरू हो गईं हैं. जनप्रतिनिधियों के साथ विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों ने भी कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक समेत सभी अधिकारियों को इसके लिए शुभकामनाएं दीं.