हरिद्वार: बसंत पंचमी के मौके पर लोग पवित्र नदियों स्नान कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं. हरिद्वार में हर की पैड़ी पर भी सुबह 4 बजे से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं. बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा की जाती है. इस दिन गंगा में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है. हर की पैड़ी पर पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद दान पुण्य करते हैं. बसंत पंचमी पर पीली वस्तुएं दान की जाती हैं. मान्यता है कि गंगा में स्नान कर मां सरस्वती की आराधना करने से बुद्धि बल और प्रतिभा बढ़ती है.
माना जाता है कि बसंत जीवन में नई उमंग लाता है. नया उल्लास लाता है और लोगों के जीवन को बदलने का संकल्प लेकर आता है. जिससे हमारे जीवन से निराशावादी सोच में बदलाव आता है. पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि बसंत पंचमी के अवसर पर मां गायत्री, मां सरस्वती की पूजा की जाती है. बसंत पंचमी पर्व पर स्वयं सिद्ध मुहूर्त है और अक्षय तृतीया के सामान ही मुहर्त है. ऐसा माना जाता है कि इस पर्व पर मंत्रों के उच्चारण के साथ गंगा स्नान करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है गंगा स्नान कर पीले बस्त्र धारण करने से मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. बसंत पंचमी खासकर रचनात्मक कार्य करने वालों के लिए काफी पुण्यकारी है. विधि-विधान से पूजा करने से हर मनोरथ पूरे होते हैं.
बसंत पंचमी पर्व पर गंगा स्नान करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे हैं. ठंड के बावजूद लोगों में बसंत पंचमी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. बसंत पर्व पर गंगा स्नान का लाभ उठाने के लिए ही हरकी पैड़ी पर सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो अभी भी जारी है. श्रद्धालुओं का कहना है कि इस पर्व पर गंगा स्नान करने से उनके जीवन के कष्ट दूर होंगे और मां सरस्वती के साथ मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा.
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