जगदलपुर : पूरे भारत देश के साथ ही बस्तर में भी चैत्र नवरात्रि और हिन्दू नववर्ष धूमधाम से मनाया जा रहा है. बस्तर की आराध्य देवी दंतेश्वरी के मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है. रियासतकाल से ही देवी दंतेश्वरी के प्रति लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि देश के दूसरे राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दंतेश्वरी मां के दर्शन के लिए बस्तर आते हैं.इस दौरान दंतेवाड़ा में भी मां दंतेश्वरी के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है.
दूसरे राज्यों से आते हैं माता के भक्त : जगदलपुर के दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे श्रध्दालुओं का कहना है कि रियासतकाल से ही देवी के प्रति लोगों की सच्ची आस्था जुडी है. दूर दराज से लोग बस्तर की आराध्य देवी दंतेश्वरी के दर्शन के लिए बस्तर आते हैं. इस दौरान हजारों की संख्या में दीप प्रज्वलित किए जाते हैं. बस्तर में देवी के शक्तिपीठों में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नवरात्रि के पावन अवसर पर भी भक्तों का तांता लगा है.
''बस्तर की आराध्य देवी दंतेश्वरी से लोगों की काफी आस्था जुड़ी हुई है. यही वजह है कि इन 9 दिनों में स्थानीय भक्तों के साथ दूर-दराज से भी भक्त मां के दर्शन करने के लिए आते हैं.''- कृष्ण कुमार, प्रधान पुजारी
चिरमिरी के मंदिर में भी जुटे श्रद्धालु : मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में भी माता के मंदिरों में भीड़ उमड़ रही है. जिले के खड़गवां विकासखंड में चनवारीडांड़ महामाया मंदिर में भी भक्तों ने माता के दर्शन किए.नवरात्रि के पहले दिन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने अपनी पत्नी के साथ माता के मंदिर में जाकर दर्शन किए. आपको बता दें कि खड़गवां का चनवारीडांड़ आस्था का केंद्र है. यहां मां महामाया के साथ ही शिव और हनुमान जी का विशाल मंदिर है.
मंत्री ने सपरिवार किया माता के दर्शन : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस दौरान प्रदेश वासियों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी.स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वो महामाया मंदिर में बचपन से पूजा अर्चना करने आते हैं. मां महामाया से आशीर्वाद लेकर क्षेत्र में सुख शांति विकास और कल्याण की कामना की है. वहीं मंत्री की धर्मपत्नी कुंती जायसवाल ने बताया कि आज ही के दिन मेरे छोटे पुत्र का जन्म हुआ था. जिसका नाम रामचंद्र है.हर साल की तरह चैत्र नवरात्र पर्व के मौके पर सपरिवार हम लोग यहां आए हैं.