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हिमाचल के एक बैंक में हुआ करोड़ों रुपये का गबन, असिस्टेंट मैनेजर सस्पेंड - Crore rupees fraud in Bank

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 13, 2024, 9:42 PM IST

Crore rupees fraud in Bank: सिरमौर जिले के नौहराधार में एक बैंक में करोड़ों रुपये के गबन का मामला सामने आया है. मामला संज्ञान में आते ही बैंक प्रबंधन ने असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है. डिटेल में पढ़ें खबर...

Fraud in Bank
बैंक में करोड़ों रुपये का गबन मामला (ETV Bharat)
प्रियदर्शन पांडे, राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक (ETV Bharat)

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के नौहराधार में स्थित को-ऑपरेटिव बैंक की शाखा के असिस्टेंट मैनेजर पर करोड़ों रुपये के गबन के आरोप लगे हैं. शुरुआती जांच में सहायक प्रबंधक पर करीब 4 करोड़ रुपये के गबन की बात सामने आ रही है लेकिन माना जा रहा है कि जांच के बाद गबन की राशि का यह आंकड़ा बढ़ सकता है.

असिस्टेंट मैनेजर को किया सस्पेंड

मामला संज्ञान में आते ही बैंक प्रबंधन ने असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है. जिला शाखा प्रबंधक की ओर से इस संदर्भ में पुलिस थाना संगड़ाह में आरोपी के खिलाफ 4.2 करोड़ रुपये के गबन की शिकायत दर्ज करवाई गई है. यह राशि इससे कहीं ज्यादा हो सकती है, क्योंकि अभी बैंक प्रबंधन सारे दस्तावेजों की जांच कर रहा है.

बैंक प्रबंधन को जैसे ही गबन के बारे में जानकारी मिली तो सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश को निलंबित कर उसको हेड क्वार्टर शिमला भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि बैंक प्रबंधन को बीते 3 अगस्त को गबन के बारे में पता चला. करीब एक सप्ताह तक बैंक प्रबंधन ने खुद मामले की छानबीन की. इसके बाद 10 अगस्त को संगड़ाह पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया. इसके बाद बीते सोमवार और आज मंगलवार को हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक मुख्यालय शिमला की टीम ने मौके पर पहुंच बैंक के सारे दस्तावेजों की जांच की. अभी तक 4 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है.

जानकारी के मुताबिक आरोपी ने लोगों के नाम पर फर्जी तरीके से लिमिट बनवाई. कई लोगों की लिमिट पर फर्जी तरीके से लोन लिया. कुछ लोगों की एफडीआर का पूरा पैसा ही गबन कर दिया. कुछ लोगों की एफडीआर पर लोन ले लिया. कुछ लोगों के केसीसी अकाउंट से भी भारी राशि का गबन किया गया. मंगलवार दोपहर पुलिस थाना संगड़ाह की टीम भी जांच के लिए बैंक में मौजूद रही.

पुलिस टीम बैंक प्रबंधन से दस्तावेज प्राप्त कर रही है. यह घोटाला कितना बड़ा है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा. वहीं राज्य मुख्यालय शिमला से आई टीम पिछले तीन सालों के दस्तावेजों की जांच कर रही है.

बता दें कि सोमवार शाम को लोगों को बैंक घोटाले की जानकारी लगी. मंगलवार सुबह से ही क्षेत्र के लोग बैंक पहुंच गए और अपने-अपने बैंक खातों की जानकारी बैंक प्रबंधन से ली. उधर राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक प्रियदर्शन पांडे ने बताया "प्रारंभिक जांच में नौहराधार बैंक शाखा में सहायक प्रबंधक रहे व्यक्ति ने लोन, एफडीआर लिमिट और केसीसी में 4 करोड़ रुपये से अधिक का गबन किया है. संबंधित कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है. साथ ही आरोपी के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया गया है. मामले में विस्तृत जांच कर रही है."

पुलिस थाना संगड़ाह प्रभारी बृजलाल मेहता ने बताया "पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी है. बैंक प्रबंधन की और से सारे दस्तावेज मिलते ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी."

ये भी पढ़ें: IGMC शिमला में अनिश्चितकाल के लिए बंद हुई OPD, ये है वजह

प्रियदर्शन पांडे, राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक (ETV Bharat)

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के नौहराधार में स्थित को-ऑपरेटिव बैंक की शाखा के असिस्टेंट मैनेजर पर करोड़ों रुपये के गबन के आरोप लगे हैं. शुरुआती जांच में सहायक प्रबंधक पर करीब 4 करोड़ रुपये के गबन की बात सामने आ रही है लेकिन माना जा रहा है कि जांच के बाद गबन की राशि का यह आंकड़ा बढ़ सकता है.

असिस्टेंट मैनेजर को किया सस्पेंड

मामला संज्ञान में आते ही बैंक प्रबंधन ने असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है. जिला शाखा प्रबंधक की ओर से इस संदर्भ में पुलिस थाना संगड़ाह में आरोपी के खिलाफ 4.2 करोड़ रुपये के गबन की शिकायत दर्ज करवाई गई है. यह राशि इससे कहीं ज्यादा हो सकती है, क्योंकि अभी बैंक प्रबंधन सारे दस्तावेजों की जांच कर रहा है.

बैंक प्रबंधन को जैसे ही गबन के बारे में जानकारी मिली तो सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश को निलंबित कर उसको हेड क्वार्टर शिमला भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि बैंक प्रबंधन को बीते 3 अगस्त को गबन के बारे में पता चला. करीब एक सप्ताह तक बैंक प्रबंधन ने खुद मामले की छानबीन की. इसके बाद 10 अगस्त को संगड़ाह पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया. इसके बाद बीते सोमवार और आज मंगलवार को हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक मुख्यालय शिमला की टीम ने मौके पर पहुंच बैंक के सारे दस्तावेजों की जांच की. अभी तक 4 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है.

जानकारी के मुताबिक आरोपी ने लोगों के नाम पर फर्जी तरीके से लिमिट बनवाई. कई लोगों की लिमिट पर फर्जी तरीके से लोन लिया. कुछ लोगों की एफडीआर का पूरा पैसा ही गबन कर दिया. कुछ लोगों की एफडीआर पर लोन ले लिया. कुछ लोगों के केसीसी अकाउंट से भी भारी राशि का गबन किया गया. मंगलवार दोपहर पुलिस थाना संगड़ाह की टीम भी जांच के लिए बैंक में मौजूद रही.

पुलिस टीम बैंक प्रबंधन से दस्तावेज प्राप्त कर रही है. यह घोटाला कितना बड़ा है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा. वहीं राज्य मुख्यालय शिमला से आई टीम पिछले तीन सालों के दस्तावेजों की जांच कर रही है.

बता दें कि सोमवार शाम को लोगों को बैंक घोटाले की जानकारी लगी. मंगलवार सुबह से ही क्षेत्र के लोग बैंक पहुंच गए और अपने-अपने बैंक खातों की जानकारी बैंक प्रबंधन से ली. उधर राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक प्रियदर्शन पांडे ने बताया "प्रारंभिक जांच में नौहराधार बैंक शाखा में सहायक प्रबंधक रहे व्यक्ति ने लोन, एफडीआर लिमिट और केसीसी में 4 करोड़ रुपये से अधिक का गबन किया है. संबंधित कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है. साथ ही आरोपी के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया गया है. मामले में विस्तृत जांच कर रही है."

पुलिस थाना संगड़ाह प्रभारी बृजलाल मेहता ने बताया "पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी है. बैंक प्रबंधन की और से सारे दस्तावेज मिलते ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी."

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