मेरठ: मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार को सेना के एक जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. फ़ौजी एक माह से छुट्टी पर चल रहा था और अपने घर पर आया हुआ था. मंगलवार को उसको वापस जाना था, लेकिन वह वापस नहीं जाना चाहता था. मेरठ में छुट्टी लेकर घर आए हुए एक सेना के जवान ने अपने घर में तमंचे से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. फ़ौजी के द्वारा उठाए गए इस कदम से गांव में हर कोई हैरान है.
दरअसल मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र के अटौला गांव का रहने वाला जसवीर सिंह पुत्र रामपाल सिंह सेना में था. वर्तमान में उसकी ड्यूटी लखनऊ में थी. वह राजपूत रेजिमेंट में तैनात था. लेकिन पिछले एक माह से घर पर अपने गांव आया हुआ था. मंगलवार को घर में जसवीर ने तमंचे से खुद को गोली मार ली. जब तक घर वाले कुछ समझपाते वह लहूलुहान हालत में जमीन पर गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
जसवीर के एक लगभग 6 साल की एक बेटी है, जो कि अपने पिता से बेहद लगाव मानती है. बेटी भी पिता को रोक रही थी. वहीं पिता जसवीर को भी बेटी से बेहद लगाव था. मंगलवार को उसे वापिस जाना था, लेकिन वह जाना नहीं चाहता था. इस वज़ह से वह घरवालों से ड्यूटी पर वापिस जाने से इनकार कर रहा था.
मुंडाली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र ने कहा कि पूछताछ में यह बात निकलकर सामने आई है कि जसवीर ड्यूटी पर जाने से मना कर रहा था और परिवार वाले लगातार उसे ड्यूटी पर जाने के लिए समझा रहे थे. उन्होंने बताया कि परिवार वालों ने उसे बहुत समझाया कि लगभग 12 -13 वर्ष नौकरी को हो चुके हैं. एक-दो साल और नौकरी कर लो. उसके बाद रिटायरमेंट ले लेना. परिवार वालों की बात को अनसुना करके, वह अपने कमरे में चला गया और वहां जाकर आत्महत्या कर ली.
इसके बाद स्थानीय डॉक्टर को भी बुलाया गया, लेकिन तक तक उसकी जान जा चुकी थी. उसने खुद की कनपटी पर सटाकर खुद को गोली मार ली. फिलहाल परिवार में हर कोई जसवीर के द्वारा उठाए गए इस कदम से सदमे में है. बता दें कि जसवीर के दो बड़े भाई हैं जिनमें एक सेना से रिटायर हैं, जबकि दूसरा भाई खेती करता है.
सभी का कहना है कि घर में न हीं तो पति पत्नी में कोई विवाद था, न हीं परिवार में ही किसी तरह का कोई तनाव था. मुंडाली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र के अनुसार फिलहाल वह बेटी के लगाव के वजह से ही ड्यूटी नहीं जाना चाहता था, फिलहाल तो परिवार वाले यही बात बता रहे हैं. अगर कोई और भी बात है तो उस बारे में जनकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि डेडबॉडी का पंच नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
फिलहाल परिजनों की मानें तो नौकरी से संबंधित कोई तनाव अगर था, तो वह उस बारे में नहीं जानते. हालांकि आशंका जरूर जता रहे हैं. बहरहाल गांव में अब हर किसी का यही कहना है कि अगर बेटी से इतना लगाव था कि बेटी के कहने पर ड्यूटी नहीं जाना था, तो फिर उसने अपनी जान क्यों ले ली. (Crime News UP)