मेरठ : समाजवादी पार्टी के नेता मुकेश सिद्धार्थ की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. मुकेश सिद्धार्थ अपने विवादित भाषण को लेकर लोगों के निशाने पर रहे हैं. अब उन पर रासुका लगाने की प्रशासन ने तैयारी कर ली है. इसकी मंजूरी मिल चुकी है.
अब मुकेश सिद्धर्थ की जमानत नहीं हो पाएगी. मुकेश सिद्धार्थ ने मेरठ जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर भाजपा के विधायक और ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर को जिंदा जलाने ओर उनके मकान को आग लगाने की सरेआम धमकी दी थी.
सपा नेता ने पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ उनके परिवार के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मुकेश सिद्धार्थ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. तभी से मुकेश सिद्धार्थ जेल में बंद हैं.
मुकेश सिद्धार्थ समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव के करीबी रहे हैं. अखिलेश सरकार में यूपी में अनुसूचित जाति जनजाति वित्तीय विकास निगम के उपाध्यक्ष रहे हैं. 7 जनवारी को जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव के दौरान मुकेश सिद्धार्थ ने भरी सभा में विवादित बयान दिया था.
इसके बाद विधायक सोमेंद्र तोमर ओर उनके कार्यकर्ताओं के द्वारा तहरीर दी गई थी. थाना सिविल लाइन ने तहरीर के आधार पर भड़काऊ भाषण देने और विधायक को जिंदा जला देने की धमकी मामले में मुकदमा दर्ज किया था. सपा नेता की गिरफ्तारी के आदेश हो चुके थे. पुलिस सपा नेता की तलाश में जुटी थी.
सपा नेता को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. तभी से मुकेश सिद्धार्थ जेल में हैं. अब उन पर रासुका लगाने की तैयारी की जा रही है. एसएसपी मेरठ रोहित सजवाण का कहना है कि पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है.
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