श्रीनगर: ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है. इसके विपरीत रेलवे की सुरंग निर्माण में की जा रही ब्लास्टिंग के कारण लोगों के घरों में दरारें पड़ने लगी हैं. जिसके चलते लोगों को अब दूसरे के घरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. बात कोट ब्लॉक के कांडी रामपुर मरगुड गांवों की है. यहां के ग्रामीणों का आरोप है कि इन गांवों में रहने वाले 150 परिवारों के घरों में दरारें आ गयी हैं. जलस्रोत रेलवे द्वारा छोड़ी गई गाद से पट गए हैं. इससे चलने वाली दुर्गंध के कारण लोगो का सांस लेना तक दूभर हो गया है.
ग्रामीणों का कहना है जल स्त्रोत पूरी तरह सूख गए हैं. इसके अलावा रेलवे के कार्य में लगे हुए भारी भरकम वाहनों के कारण सड़कों का भी बुरा हाल हो गया है. आये दिन सड़क पर लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. इन परेशानियों को देखते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर रेलवे की साइट पर काम रोक दिया. वाहनों की आवाजाही भी बाधित कर दी. गुस्साए ग्रामीणों ने मांगे ना माने जाने तक रेलवे के कार्यों को बन्द करने की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों ने रेलवे के कार्यों को रोके जाने के कारण मौके पर कोतवाली श्रीनगर से पुलिस फ्रोस ,रेलवे विकास निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन ग्रामीणों ने किसी की भी नहीं सुनी. ग्रामीण रेलवे साइट को जाने वाली सड़क पर ही धरने पर बेठे गये हैं. धरने पर बैठी पीताम्बरी देवी ने बताया सुबह से लेकर देर रात तक रेलवे साइटों पर ब्लास्ट होते रहते हैं. जिससे बच्चे बुजुर्ग डर जाते हैं. ब्लास्टिंग के कारण उनके मकानों में भी दरारें आ गयी हैं. ये दरारें 150 घरों में आई हैं.
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