पटना: बिहार विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है. भाकपा माले के विधायक सरकार की नीतियों के खिलाफ लगातार प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. सत्र के 8 वें दिन भी भाकपा माले का प्रदर्शन जारी रहा. आज स्कूलों के समय के बदलाव, दलितों पर अत्याचार और बारसोई में हुए गोली कांड में परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर माले विधायकों ने प्रदर्शन किया.
BJP पर हत्या का आरोप: इस दौरान भाकपा माले के विधायकों का साफ-साफ कहना है कि बिहार में सामंती ताकत मनमानी कर रही है. यही कारण है कि भागलपुर में अति पिछड़ा महिला की हत्या हुई है और इसमें भाजपा के नेता भी संलिप्त हैं, लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही.
बारसोई गोलीकांड में मुआवजा की मांग: भाकपा माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि बारसोई में कुछ दिन पहले धरना स्थल पर गोली चलाई गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. सरकार ने मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक उनके परिजनों को मुआवजा नहीं दिया गया है. ठीक वैसी ही घटना भागलपुर में हुई है. अति पिछड़े समाज की महिला के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई है, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है.
"निश्चित तौर पर बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. इसको लेकर हम लोग सदन में आज सवाल उठाएंगे. विद्यालय के समय को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो सदन में कहा था, उसका पालन अधिकारी तक नहीं कर रहे हैं. आप समझ लीजिए कि बिहार में किस तरह से अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. निश्चित तौर पर पूरे सदन को अपमानित करने वाले अधिकारी के के पाठक पर कार्रवाई होनी चाहिए."- महबूब आलम, भाकपा माले विधायक
केके पाठक पर कार्रवाई की मांग: वहीं माले विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे पहले यह साफ करें कि विद्यालय का समय कितने बजे से कितने बजे तक होगा. उन्होंने सदन में कह दिया कि सुबह 10 बजे से 40 बजे तक विद्यालय चलेगा, लेकिन उनके अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. कहा कि 'केके पाठक जैसे मनमाने अधिकारी पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक सदन की कार्यवाही को हम लोग नहीं चलने देंगे.'
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