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आतिशी के 'पानी सत्याग्रह' को सीपीआई का समर्थन, प्रधानमंत्री को अपना कर्तव्य निभाने की दी सलाह - CPI supports Paani Satyagraha - CPI SUPPORTS PAANI SATYAGRAHA

CPI supports Paani Satyagraha: राजधानी दिल्ली में मंत्री आतिशी के पानी सत्याग्रह को सीपीआई का समर्थन मिल गया है. शनिवार को सीपीआई महासचिव डी. राजा ने सत्याग्रह स्थल पर पहुंच कर पूछा कि क्या प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को दिल्लीवालों की कोई चिंता नहीं है. पढ़ें पूरी खबर..

सीपीआई महासचिव डी. राजा
सीपीआई महासचिव डी. राजा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 22, 2024, 9:39 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली की जलमंत्री आतिशी द्वारा शुरू किए गए पानी सत्याग्रह को इंडिया गठबंधन के घटक दलों का भी समर्थन मिल रहा है. शनिवार को सीपीआई के महासचिव डी. राजा ने जंगपुरा के भोगल में चल रहे सत्याग्रह स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया. इसके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र से गोपाल इटालिया समेत आम आदमी पार्टी के कई नेता भी सत्याग्रह में शामिल हुए. वहीं शाम को सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी मौके पर पहुंचकर जलमंत्री आतिशी का हालचाल जाना.

इस दौरान डी. राजा ने प्रधानमंत्री को अपना कर्तव्य निभाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली गंभीर जल संकट से गुजर रही है. क्या प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को दिल्लीवालों की कोई चिंता नहीं है? प्रधानमंत्री को हरियाणा और दिल्ली सरकार के बीच तालमेल बनाने की पहल करनी चाहिए थी, लेकिन वो नहीं कर रहे हैं. हम भाजपा की केंद्र और हरियाणा सरकार से दिल्ली के हिस्सो का पानी छोड़ने की अपील करते हैं.

उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी दिल्ली की जल मंत्री आतिशी के इस आंदोलन का समर्थन करती है. दिल्ली देश की राष्ट्रीय राजधानी है और इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा भी प्राप्त है. दिल्ली की अपनी निर्वाचित विधानसभा है, लेकिन इसे पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला. इस स्थिति में दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी, दिल्ली की समस्याओं का समाधान करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. इस समय दिल्ली गंभीर जल संकट से गुजर रही है, जिससे खास तौर से गरीब लोगों को सबसे ज्यादा समस्या हो रही है. डी. राजा ने कहा कि हम यहां आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए आए हैं कि 'आप' इस संघर्ष में अकेली नहीं हैं. इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं.

डी. राजा ने कहा, हम केंद्र सरकार के इस रवैये की निंदा करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी हमेशा कोऑपरेटिव फेडरलिज्म की बात करते हैं, लेकिन इस समय उनका सहयोग कहां है? आतिशी, हरियाणा सरकार से दिल्ली के हक का पानी छोड़ने की मांग कर रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी को समझना चाहिए कि हरियाणा दिल्ली का पड़ोसी राज्य है. उन्हें हरियाणा और दिल्ली सरकार के बीच समन्वय बनाने की पहल करनी चाहिए, ताकि जल संकट का समाधान हो सके. लेकिन प्रधानमंत्री ऐसा नहीं कर रहे हैं. इसलिए दिल्ली सरकार चुप नहीं रह सकती.

यह भी पढ़ें- दिल्ली सरकार पर बरसे LG, बोले- शीला सरकार से विरासत में मिले थे 7 WTP, 1 लीटर भी वॉटर ट्रीटमेंट क्षमता नहीं बढ़ाई

उनके अलावा आम आदमी पार्टी गुजरात के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने कहा कि, सत्याग्रह से ही देश को आजादी मिली है. सत्याग्रह हमारे देश की संस्कृति है. जब हमें किसी चीज की जरूरत है और सरकारें हमारी बात नहीं सुन रही हैं, तो गांधी जी के बताए रास्ते पर चलकर, जनता की आवाज बनकर मांगों को पूरा करवाने का तरीका ही यही है. संघर्ष से निकली आम आदमी पार्टी एक बार फिर संघर्ष के मैदान में हैं.

यह भी पढ़ें- स्वाति मालीवाल से मारपीट मामला: केजरीवाल के पीए बिभव कुमार की न्यायिक हिरासत 6 जुलाई तक बढ़ी

नई दिल्ली: दिल्ली की जलमंत्री आतिशी द्वारा शुरू किए गए पानी सत्याग्रह को इंडिया गठबंधन के घटक दलों का भी समर्थन मिल रहा है. शनिवार को सीपीआई के महासचिव डी. राजा ने जंगपुरा के भोगल में चल रहे सत्याग्रह स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया. इसके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र से गोपाल इटालिया समेत आम आदमी पार्टी के कई नेता भी सत्याग्रह में शामिल हुए. वहीं शाम को सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी मौके पर पहुंचकर जलमंत्री आतिशी का हालचाल जाना.

इस दौरान डी. राजा ने प्रधानमंत्री को अपना कर्तव्य निभाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली गंभीर जल संकट से गुजर रही है. क्या प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को दिल्लीवालों की कोई चिंता नहीं है? प्रधानमंत्री को हरियाणा और दिल्ली सरकार के बीच तालमेल बनाने की पहल करनी चाहिए थी, लेकिन वो नहीं कर रहे हैं. हम भाजपा की केंद्र और हरियाणा सरकार से दिल्ली के हिस्सो का पानी छोड़ने की अपील करते हैं.

उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी दिल्ली की जल मंत्री आतिशी के इस आंदोलन का समर्थन करती है. दिल्ली देश की राष्ट्रीय राजधानी है और इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा भी प्राप्त है. दिल्ली की अपनी निर्वाचित विधानसभा है, लेकिन इसे पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला. इस स्थिति में दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी, दिल्ली की समस्याओं का समाधान करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. इस समय दिल्ली गंभीर जल संकट से गुजर रही है, जिससे खास तौर से गरीब लोगों को सबसे ज्यादा समस्या हो रही है. डी. राजा ने कहा कि हम यहां आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए आए हैं कि 'आप' इस संघर्ष में अकेली नहीं हैं. इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं.

डी. राजा ने कहा, हम केंद्र सरकार के इस रवैये की निंदा करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी हमेशा कोऑपरेटिव फेडरलिज्म की बात करते हैं, लेकिन इस समय उनका सहयोग कहां है? आतिशी, हरियाणा सरकार से दिल्ली के हक का पानी छोड़ने की मांग कर रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी को समझना चाहिए कि हरियाणा दिल्ली का पड़ोसी राज्य है. उन्हें हरियाणा और दिल्ली सरकार के बीच समन्वय बनाने की पहल करनी चाहिए, ताकि जल संकट का समाधान हो सके. लेकिन प्रधानमंत्री ऐसा नहीं कर रहे हैं. इसलिए दिल्ली सरकार चुप नहीं रह सकती.

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उनके अलावा आम आदमी पार्टी गुजरात के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने कहा कि, सत्याग्रह से ही देश को आजादी मिली है. सत्याग्रह हमारे देश की संस्कृति है. जब हमें किसी चीज की जरूरत है और सरकारें हमारी बात नहीं सुन रही हैं, तो गांधी जी के बताए रास्ते पर चलकर, जनता की आवाज बनकर मांगों को पूरा करवाने का तरीका ही यही है. संघर्ष से निकली आम आदमी पार्टी एक बार फिर संघर्ष के मैदान में हैं.

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