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भाकपा माओवादी के बच्चन ने किया सरेंडर, 10 लाख का है इनाम, छह दर्जन से अधिक मामला है दर्ज - Maoist Bachchan surrendered

Naxal in giridih. नक्सली संगठन भाकपा माओवादी को तगड़ा झटका लगा है. संगठन के पुराने नेता ने आत्मसमर्पण कर दिया है. आत्मसमर्पण गिरिडीह के मधुबन इलाके में किया गया है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.

CPI Maoist Bachchan surrendered in Giridih
फाइल फोटो (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 19, 2024, 12:50 PM IST

गिरिडीहः नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के जोनल कमेटी मेंबर 10 लाख के इनामी रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा ने आत्मसमर्पण कर दिया है. बच्चन के आत्मसमर्पण करने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. हालांकि सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार बच्चन ने रविवार को गिरिडीह के मधुबन में सरेंडर किया है. अभी बच्चन से पुलिस पूछताछ कर रही है.

बताया जाता है कि पारसनाथ के तराई वाले इलाके में नक्सलियों के खिलाफ गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा के नेतृत्व में लगातार अभियान चलाया जा रहा था. पुलिस व सुरक्षा बल के इस अभियान से नक्सली बैकफुट पर थे. दूसरी तरफ बच्चन से सरेंडर करवाने के लिए गिरिडीह पुलिस के द्वारा लगातार उसके परिवार से भी संपर्क किया जा रहा था. बच्चन के परिवार वालों को झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति की भी लगातार जानकारी दी जा रही थी. सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर अंततः बच्चन ने सरेंडर करने का निर्णय लिया.

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बच्चन के खिलाफ राज्य के विभिन्न स्थानों में 6 दर्जन से अधिक मामला दर्ज है. बच्चन पिछले कई दशक से संगठन के लिए काम करता रहा है और क्षेत्र में नक्सली संगठन को मजबूती प्रदान करने का भी काम करता रहा है. यहां बता दें कि बच्चन दा उर्फ रामदयाल महतो मधुबन थाना क्षेत्र के पिपराडीह का रहने वाला है.

लगातार बीमार चल रहा था बच्चन

इधर यह भी बताया जाता है कि बच्चन की तबियत लगातार खराब चल रही थी. ढलती उम्र और लगातार तबियत खराब रहना भी बच्चन के आत्मसमर्पण का कारण बना है. इस मामले को लेकर कई दफा गिरिडीह पुलिस से संपर्क किया गया लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी.

गिरिडीहः नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के जोनल कमेटी मेंबर 10 लाख के इनामी रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा ने आत्मसमर्पण कर दिया है. बच्चन के आत्मसमर्पण करने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. हालांकि सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार बच्चन ने रविवार को गिरिडीह के मधुबन में सरेंडर किया है. अभी बच्चन से पुलिस पूछताछ कर रही है.

बताया जाता है कि पारसनाथ के तराई वाले इलाके में नक्सलियों के खिलाफ गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा के नेतृत्व में लगातार अभियान चलाया जा रहा था. पुलिस व सुरक्षा बल के इस अभियान से नक्सली बैकफुट पर थे. दूसरी तरफ बच्चन से सरेंडर करवाने के लिए गिरिडीह पुलिस के द्वारा लगातार उसके परिवार से भी संपर्क किया जा रहा था. बच्चन के परिवार वालों को झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति की भी लगातार जानकारी दी जा रही थी. सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर अंततः बच्चन ने सरेंडर करने का निर्णय लिया.

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बच्चन के खिलाफ राज्य के विभिन्न स्थानों में 6 दर्जन से अधिक मामला दर्ज है. बच्चन पिछले कई दशक से संगठन के लिए काम करता रहा है और क्षेत्र में नक्सली संगठन को मजबूती प्रदान करने का भी काम करता रहा है. यहां बता दें कि बच्चन दा उर्फ रामदयाल महतो मधुबन थाना क्षेत्र के पिपराडीह का रहने वाला है.

लगातार बीमार चल रहा था बच्चन

इधर यह भी बताया जाता है कि बच्चन की तबियत लगातार खराब चल रही थी. ढलती उम्र और लगातार तबियत खराब रहना भी बच्चन के आत्मसमर्पण का कारण बना है. इस मामले को लेकर कई दफा गिरिडीह पुलिस से संपर्क किया गया लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी.

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