लखनऊ: उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने 'ईटीवी भारत' से बातचीत में बताया कि जिस तरह महाराष्ट्र सरकार ने गाय माता को राज्य माता का दर्जा दिया है. इस तरह अब उत्तर प्रदेश में भी गाय माता को राज्य माता का दर्जा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध करेंगे.
गुरुवार को इंदिरा भवन स्थित उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग के दफ्तर में अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता और उपाध्यक्ष जसवंत सिंह उर्फ अतुल सिंह और सदस्य के रूप में राजेश सिंह सेंगर ने कार्यभार ग्रहण कर लिया. इसके बाद गायों की दशा सुधारने के लिए और यूपी में गाय का सम्मान बढ़े, इसे लेकर अध्यक्ष ने भविष्य की योजना के बारे में जानकारी दी.
गोसेवा आयोग के अध्यक्ष से 'ईटीवी भारत' ने महाराष्ट्र सरकार के गाय को राज्य माता का दर्जा दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार क्या ऐसा करेगी? इसके लिए आप कोई कदम उठाएंगे? इस पर अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के इस निर्णय के लिए मैं उनका आभारी हूं. उन्हें धन्यवाद देता हूं उनको बधाई भी देता हूं कि उन्होंने ये निर्णय लिया है. निश्चित रूप से महाराज जी गोवंश को लेकर बहुत एग्रेसिव हैं. हमारा सौभाग्य है कि हमको ऐसे मुख्यमंत्री मिले जो गोवंश के प्रति अति संवेदन संवेदनशील हैं. पूरे देश के लिए रोल मॉडल हैं.
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हम अपनी टीम के साथ सीएम योगी आदित्यानाथ जी के पास जाएंगे और उनसे गाय को राज्य माता का दर्जा दिलाने के लिए अनुरोध करेंगे. प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बताया कि 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यभार संभालते ही प्रदेश के कत्लखानों को बंद किया. गोवंश की तस्करी बंद की और गोवंश को संरक्षित करने के लिए गो आश्रय स्थल पूरे प्रदेश में प्रारंभ किए. आज बड़ी संख्या में गोशाला के माध्यम से गोवंश का संरक्षण किया जा रहा है.
अभी तक 30 रुपये प्रतिदिन गाय के भोजन के लिए दिया जाता था अब 50 रुपये प्रतिदिन दिया जा रहा है. गोबर आधारित प्राकृतिक कृषि जो भारत सरकार का एजेंडा है उसको अच्छी तरह से पालन करने का काम योगी आदित्यनाथ सरकार में किया जा रहा है. प्राकृतिक खेती का काम चल रहा है. गंगा किनारे 1038 गांवों में प्राकृतिक खेती हो रही है. सभी जिलों में यह कार्य अब तेजी से चल रहा है. किसानों ने भी अब इस पद्धति को अपनाया है. प्रदेश में हजारों ऐसे किसान हैं जो गोबर आधारित प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. गाय का गोबर हमारी खेती के लिए और ऊर्जा के लिए उपयोगी हैं. हम एक साल में एक बड़ा प्लान तैयार करेंगे जो गोरक्षा के लिए, गोसेवा के लिए और किसानों के लिए होगा.
गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने कहा कि दीपावली को लेकर अभी से तैयारी शुरू हो गई है. उत्तर प्रदेश के हर जिले में काम चल रहा है. दीपक बनाए जा रहे हैं, मूर्ति बनाई जा रही हैं. गिफ्ट आइटम बनाए जा रहे हैं. गाय के गोबर से बड़े सुंदर आइटम बना रहे हैं. निश्चित रूप से लोगों में बड़ी जागरूकता आ रही है. छोटे बड़े लोग सभी दीपावली पर गोबर से बने दीयों को प्राथमिकता देंगे. उन्होंने बताया कि प्रदेश की सभी गौशालाओं को प्रशिक्षण केंद्र बनते हुए गो आधारित कृषि, बायोगैस, ऊर्जा और पंचगव्य उत्पादों के माध्यम से गोशालाओं को स्वावलंबी बनाए जाने की योजना तैयार की है. गो पालन को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे गाय किसान के घर खूंटे में पहुंचे. स्वयंसेवी संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों को साथ लेकर गो पालन को संरक्षण और गो संवर्धन को बढ़ावा दिया जाएगा.
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