रामपुर: समेज में आई भारी बाढ़ में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. वहीं, कई पशु भी लापता हैं. वही, समेज से एक गाय को 5 दिन बाद रेस्क्यू किया गया है. गाय पांच दिन तक खूंटे से भूखी प्यासी बंधी हुई थी. जानकारी के अनुसार समेज गांव में किनारे पर बची गोशाला में ये गाय बंधी हुई थी. हादसे के समय आस पास के सभी जान बचाने के लिए बाढ़ के समय घर से भाग गए थे. उस समय गाय को बचाने का समय नहीं मिल पाया था.
सुबह जब लोग वापस लौटे तो सब कुछ तबाह हो चुका था. बाढ़ में बहने से बचे हुए मकानों को भी आंशिक नुकसान हुआ है. ऐसे में कोई भी डर के मारे घरों के अंदर नहीं जा रहा था. वहीं, जब सोमवार को गोशाला के मालिक ईश्वर सिंह हिम्मत कर अंदर घुसे तो उन्हें ये गाय खूंटे से बंधी हुई मिली, जिसके बाद उन्होंने सर्च ऑपरेशन में लगे जवानों को इस बारे सूचित किया. इसके बाद गृह रक्षा विभाग और अन्य बटालियन के जवानों ने उसे निकालने का प्रयास किया और रोप-वे के जरिए गाय का रेस्क्यू किया गया. हैरानी की बात ये है कि गाय इतने दिनों से बिना कुछ खाए-पीए जिंदा बच गई.
वहीं, होम गार्ड के कंपनी कमांडर रामपुर इश्वर गौतम ने बताया कि हमारे जवानों ने गाय का रेस्क्यू किया है.पांच दिन से गाय बिना कुछ खाए पीए बंधी थी ऐसे में उसे जल्द से जल्द रेस्क्यू करना जरूरी था. बता दें कि समेज गांव से लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. सर्च ऑपरेशन में 301 जवान शामिल हैं. इनमें एनडीआरएफ के 67, पुलिस के 69, आईटीबीपी के 30, आर्मी के 110 जवान और सीआईएसएफ के 25 जवान शामिल हैं. वहीं, सुन्नी में चल रहे सर्च अभियान में 61 सदस्यीय टीम शामिल है जिसमें एनडीआरएफ के 30, एसडीआरएफ के 14, पुलिस के 07 और होमगार्ड के 10 कर्मी तैनात हैं.
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