लखनऊ : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदीराम और निषाद पार्टी विधायक विपुल दुबे के खिलाफ रेलवे पेपर लीक मामले में कोर्ट ने आरोप तय किए हैं. दोनों के अलावा 18 अन्य आरोपियों पर भी आरोप तय कर दिए गए हैं. बेदीराम 2006 में इस मामले में गिरफ्तार किए गए थे, फिलहाल जमानत पर हैं. बेदीराम गाजीपुर की जखनिया व विपुल दुबे भदोही की ज्ञानपुर सीट से विधायक हैं.
26 जुलाई वर्ष 2006 को तत्कालीन एसटीएफ के एएसपी राजेश पांडेय की टीम ने मौजूदा सुभासपा विधायक बेदीराम, निषाद पार्टी के विधायक विपुल दुबे , संजय श्रीवास्तव, मनोज कुमार मौर्य, कृष्ण कुमार, राम कृपाल सिंह, शैलेश कुमार सिंह, भद्रमणि त्रिपाठी, आनंद कुमार सिंह, कृष्णकांत, धर्मेंद्र कुमार, रमेश चंद्र पटेल, मोहम्मद असलम, अवधेश सिंह, सुशील कुमार और अख्तर हुसैन को गिरफ्तार किया था. इसके बाद एसटीएफ ने कृष्णानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि इन आरोपियों के पास से रेलवे भर्ती ग्रुप डी के 26 फरवरी 2006 की परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र बरामद हुए हैं.
बेदीराम ने 24 साल पहले रेलवे का पेपर कराया था लीक : जखनिया से विधायक बेदीराम, रेलवे में टीटीई था. इसी दौरान रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की 2006 की समूह ग की भर्ती परीक्षा, 2008 में लोको पायलट की परीक्षा, 2009 में भोपाल व जयपुर में रेलवे की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक करवाया. जिसके बाद बेदीराम को रेलवे की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया और फिर गिरफ्तार भी किया गया. इसके बाद बेदीराम ने 2012 में छत्तीसगढ़ सीपीएमटी परीक्षा का पेपर लीक करवाया, जिसमें वह जेल गया. इसके बाद मेडिकल प्री परीक्षा का पर्चा लीक कराने में सीबीआई ने उसे गिरफ्तार किया था. इतना ही नहीं वह एमपी में भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करवा चुका है. वर्ष 2014 में एमपी आयुर्वेद मेडिकल परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. जिसके बाद पकड़े गए अभ्यर्थियों ने बेदीराम का नाम बताया.
यह है बेदीराम की क्राइम कुंडली : बेदीराम ने 2022 के विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे में भोपाल समेत कई शहरों में कुल 9 मुकदमों का जिक्र किया है. वर्ष 2006 में कृष्णानगर, 2008 में गोमतीनगर, वर्ष 2009 में राजस्थान में केस दर्ज हुए. वहीं एसटीएफ भोपाल ने वर्ष 2014 में दो केस, 2014 में आशियाना, लखनऊ, 2010 में मड़ियाहूं और 2021 में जलालपुर जौनपुर में मुकदमा दर्ज हुआ है. इतना ही नहीं उसके खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई हो चुकी है.
स्टिंग में आया विधायक बेदीराम का नाम सामने : बीते दिनों एक निजी चैनल ने पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना बिजेंद्र गुप्ता का स्टिंग ऑपरेशन किया था. स्टिंग के दौरान जब बिजेंद्र से पूछा गया कि उत्तर भारत का सबसे बड़ा पेपर लीक मास्टरमाइंड वह किसे मानता है तब उसने जौनपुर के बेदीराम का नाम लिया. बेदीराम सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के जखनिया सीट से विधायक है और पार्टी सुप्रीमों ओपी राजभर का बेहद करीबी माना जाता है.
विधायक का भी एक वीडियो हुआ वायरल : बिजेंद्र गुप्ता के स्टिंग के बाद सोशल मीडिया में एक के बाद एक कई और वीडियो वायरल हुए, हालांकि इस बार वीडियो खुद बेदीराम का था, जिन्हें उन अभ्यर्थियों ने वायरल किया था, जिनका पैसे देने के बाद भी भर्ती में सिलेक्शन नहीं हुआ था. वीडियो में विधायक बेदी राम कहते हुए सुने जा सकते हैं कि वो पैसा लेकर परीक्षा पास करवाते हैं. पेपर लीक करा देते हैं. रिजल्ट भी बदलवा देते हैं. वीडियो में वो कह रहे हैं कि, जिनके पेपर्स रद्द हो गए वो स्टूडेंट अपना पैसा वापस मांगने आए हैं तो बेदी राम उनको हड़का रहे हैं और बता भी रहे हैं कि वो कैसे पेपर लीक और रिजल्ट बदलने का सिस्टम चलाते हैं.
बेदीराम के बाद ओपी राजभर का पुराना वीडियो हुआ वायरल, मचा बवाल : बिजेंद्र गुप्ता और बेदीराम के स्टिंग के बाद एक और वीडियो वायरल हुआ. यह वीडियो खुद ओपी राजभर का था, जिसमें राजभर अपने एक कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में सुभासपा चीफ ओपी राजभर पेपर लीक मामले में चर्चा में आए अपने विधायक बेदी राम के अपराधों की महिमामंडन करते हुए उसने जा रहे हैं. वायरल वीडियो में ओपी राजभर कह रहे हैं कि किसी विभाग में आपके भाई, बहन, बच्चों को नौकरी चाहिए तो फार्म भरने के बाद एडमिट कार्ड आ जाए तो कॉल कर लेना. निश्चिंत है जुगाड़ बना देंगे. बेदी राम की ओर इशारा करते हुए कहते हैं कि देखने में ऐसे लग रहे हैं. इनके कम से कम कई लाख चेला लोग नौकरी कर रहे हैं. सभी को नौकरी इन्होंने दिया है. आप लोग मेहनत कर रहे हो तो आपको भी नौकरी चाहिए या नहीं. बेदी राम जी नौकरी दिलाने में माहिर हैं.
अमित शाह से मिलने के बाद अब राजभर ने किया किनारा : बेदीराम का स्टिंग बाहर आते ही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष व योगी सरकार के मंत्री ओपी राजभर बेदीराम को फंसाने की साजिश करार दे रहे थे. इसी बीच पहले सीएम योगी आदित्यनाथ और फिर गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें तलब कर लिया था. अब जब कोर्ट ने वारंट जारी किया है तो राजभर के सुर बदल गए हैं. उन्होंने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि बेदीराम के कोर्ट में सुनवाई की हमें कोई जानकारी नहीं है. समाजवादी पार्टी ने बेदीराम को हमारे पास भेजा था. विधानसभा चुनाव के वक्त बेदीराम समेत कई नेताओं को समाजवादी पार्टी ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़वाया था.