आगरा: जिले में रविवार को एक अनोखा विरोध प्रदर्शन सामने आया. नगला कली निवासी भगवान शर्मा ने अपनी पत्नी उषा देवी के साथ 17वीं शादी की सालगिरह गंदे नाले पर मनाई. साथ ही बैंडबाजे के साथ फोटो भी खिंचवाएं और वीडियो भी बनाए. उनके साथ आए अन्य ग्रामीण भी इस अनोखे विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि गंदे पानी, सड़क, सफाई और बदबूदार नाले से हर दिन गुजरते हैं. मन दुखी होता है. 15 साल से लगातार जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपनी पीड़ा शेयर की. लेकिन, जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की नींद नहीं खुली है. इसलिए, ये कदम उठाना पड़ा है. अब हम कॉलोनी में किसी का भी जन्मदिन, शादी की सालगिरह या फिर कोई भी कार्यक्रम इसी गंदे नाले के बीच में मनाएंगे.
बता दें कि गांव नगला कली का नजारा एकदम बदला हुआ था. ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी की बारात जा रही हो. बैंड बज रहा था. दूल्हा बने भगवान शर्मा और दुल्हन सी सजी उषा देवी अपनी शादी की 17वीं शादी की सालगिरह मनाने की तैयारी में लगे थे. बैंडबाजे के साथ लग्जरी गाड़ी से दूल्हा, दुल्हन और ग्रामीण गांव के पास स्थित गंदे पानी के बीचोंबीच शादी की सालगिरह मनाने के लिए पहुंचे. ग्रामीणों के हाथों में तख्तियां थीं. वह नारेबाजी कर रहे थे.
भगवान शर्मा ने बताया कि शादी की सालगिरह मनाने के लिए पहले हम लक्षद्वीप या मालदीव प्लान कर रहे थे. लेकिन, हमारे जनप्रतिनिधियों की अनदेखी की वजह से हमारे क्षेत्र में कोई भी सीवर और गंदे पानी की निकासी के लिए जगह नहीं है. इसलिए, हमारी सड़क गंदे नाले में तब्दील हो गई है. इसलिए, हमने इसे पुष्पदीप नाम दिया है. इसलिए, विरोध में अपनी एनिवर्सिरी के लिए बाकायदा निमंत्रण कार्ड छपवाए. जिन्हें अधिकारियों को भी भेज दिया गया है. इसमें कार्यक्रम का स्थान पुष्पद्वीप है. लक्षद्वीप और मालदीव से भी अच्छा कार्ड पर छपवाया है, जबकि सड़क का नाम बहता हुआ नाला बताया. निमंत्रण पर आयोजक की जगह संपूर्ण वोटर लिखा था.
नारकीय हालात से जूझ रहे 12000 लोग: ग्रामीणों ने बताया कि नगला कली, गांव रजरई और सेमरी के 12000 की आबादी पिछले 15 सालों से परेशान हैं. गंदे पानी की निकासी ना होने की वजह से सड़क और स्वच्छता का काम नहीं होने से सीवर का गंदा पानी सड़कों पर भर जाता है, जिससे हर दिन दुर्घटना होती है. स्कूली बच्चे परेशान हैं. गंदे पानी से बच्चे निकल नहीं पाते. स्थानीय विधायक बेबी रानी मौर्य कैबिनेट मंत्री हैं. फिर भी सुनवाई नहीं हो रही है.
लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार: ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी सुन नहीं रहे हैं, जबकि हर ग्रामीण इससे परेशान है. ऐसे में जब क्षेत्र में विकास नहीं हो रहा है तो ऐसे में मजबूरन हमने ये तय किया कि अब जन्मदिन, शादी की सालगिरह और मांगलिक कार्यक्रम भी इसी गंदे नाले के पानी के बीच मनाएंगे. अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को सबक सिखाने के लिए आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे.
यह कालोनियां हैं प्रभावित: सड़क की मरम्मत ना होने से नगला कली, रजरई, सेमरी, नौबरी, पुष्पाजंलि होम्स, पुष्पांजलि ईको सिटी, पुष्पांजलि एनआईआर, मारुति प्रवासम क्लाउड वैली, गोविंद नगर, ओमश्री ग्रीन होम्स, सांई आंगन, गायत्री उपवन, शिव गंगा रेजीडेंसी, पुष्पांजलि किंग स्ट्रीट, विमल सिटी, खुशहाल गार्डन, नालंदा टाउन, साक्षी गार्डन कालोनी, रक्षा विहार, बजट हाउस, विष्णु विहार, मधुवन सिटी, कुशल गार्डन, गायत्री मधुवन सिटी और रायल किंग्स स्ट्रीट के साथ ही आसपास की काॅलोनी की जनता भी परेशान होती है.
यह भी पढ़े-डिप्टी सीएम की नाराजगी के बाद फिर से शुरू हुई नाले की सफाई