दंतेवाड़ा: एंटी करप्शन ब्यूरो ने चिकित्सा विभाग ने पदस्थ बीएमओ को गिरफ्तार किया. पकड़े गए बीएमओ पर आरोप है कि वो काम के बदले पैसों की मांग कर रहा था. फरियादी ने जब उसकी बात नहीं मानी तब उसने उसका पेमेंट रोक दिया. प्रार्थी ने इस बात की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की. शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने बीएमओ को रिश्वत लेते ट्रैप करने का प्लान बनाया. फरियादी को केमिकल लगे नोट दिए. नोट लेकर फरियादी अफसर के पास गया. जैसे ही बीएमओ ने घूस के पैसे लिए पहले से अलर्ट एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया.
एंटी करप्शन ब्यूरो ने बीएमओ को किया गिरफ्तार: बीएमओ डॉ वेणुगोपाल राव पर आरोप था कि वो चिरायु स्कीम में लगी गाड़ी के लंबित भुगतान के लिए पैसों की मांग कर रहा था. आरोप है कि बीएमओ ने तीस हजार रुपए घूस की मांग की थी. दो किश्तों में घूस देने का मामला तय हुआ था. घूस की रकम जैसे ही बीएमओ ने प्रार्थी के हाथों से ली वैसे ही उसे पकड़ लिया गया.
''दस महीनों से मैं सोना गिरवी रखकर काम कर रहा हूं. पर वो नहीं माने बोले की तीस हजार रुपए दो तब काम होगा. मेरी दो गाड़ियां चलती हैं मैंने जब देखा कि अफसर नहीं मान रहे हैं गलत तरीके से पैसे मांग रहे हैं तब मैंने एसीबी से शिकायत की जिसके बाद एसीबी की टीम ने इनको पकड़ लिया''. - सुनील कुमार नाग, शिकायतकर्ता
''अभी मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. जब जानकारी मिलेगी तब मैं इसपर कुछ कह पाउंगा''. - संजय बाखक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
एक्शन में एंटी करप्शन ब्यूरो: एंटी करप्शन ब्यूरो लगातार लोगों से अपील करता रहा है कि वो भ्रष्टाचार को कम करने के लिए आगे आएं. विभाग का कहना है कि अगर कोई आपसे घूस की मांग करता है तो तुरंत इसकी सूचना एंटी करप्शन के दफ्तर में दें. विभाग आपकी हर संभव मदद करेगा.