नई दिल्ली: सुनीता केजरीवाल ने जिस वक्त जेल से भेजा गया सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ा उस वक्त सबका ध्यान सुनीता केजरीवाल से हटकर उनके पीछे दीवार पर लगी तस्वीर पर चला गया. क्योंकि दीवार पर एक तरफ लगी है देश पर मर मिटने वाले भगत सिंह की तस्वीर, दूसरी तरफ भारत के पहले कानून मंत्री डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर और इन दोनों तस्वीरों के बीच लगी है सीएम केजरीवाल की जेल के अंदर की तस्वीर. जिस पर अब नया विवाद छिड़ गया है.
महापुरुषों की फोटो के बीच अरविंद केजरीवाल की फोटो लगाई गई है. इस फोटो में अरविंद केजरीवाल को सलाखों के पीछे दिखाया गया है. बाबा साहब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सलाखों के पीछे दर्शाते हुए फोटो लगाने पर दिल्ली बीजेपी की ओर से इसका विरोध करते हुए अक्षम्य अपराध बताया गया है. ये वही फोटो है जिसे रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की महा रैली के दौरान पोडियम पर लगाया गया था. इस फोटो को हटाने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता मंच पर आए थे.
कथित शराब नीति घोटाले के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने गुरूवार दोपहर एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दिल्ली के लोगों और विधायकों के लिए भेजा गया संदेश पढ़ा. वीडियो में दिखाई दिया कि अनीता केजरीवाल मुख्यमंत्री की सीट पर बैठकर संदेश पढ़ रही हैं. उनके ऊपर शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर लगी है और बीच में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी एक तस्वीर लगी है.
ये भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल से करेंगे सामूहिक उपवास
इस तस्वीर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सलाखों के पीछे दिखाया गया है. बीजेपी ने बताया अक्षम्य में अपराध बताया है. भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि 'बाबा साहब अंबेडकर और शहीद ए आज़म भगत सिंह के साथ अरविंद केजरीवाल का फोटो लगाना बहुत ही गलत व अपमानजनक है'. एक आदमी जो शराब माफिया के केस में आरोपी हैं उसकी फोटो बाबा साहेब के समकक्ष लगाना शर्मनाक है. आम आदमी पार्टी का ये अपराध अक्षम्य है.
ये भी पढ़ें-जेल से सीएम केजरीवाल का AAP विधायकों को संदेश, कहा- अपने क्षेत्र में विधायक रोज करें दौरा