बेमेतरा: बेमेतरा में नवोदय विद्यालय की परीक्षा में सरकार की ओर से जारी किए गए लक्ष्य को लेकर संकुल समन्यवकों ने नाराजगी जाहिर की है. जिले में पिछले 5 सालों से नवोदय विद्यालय की परीक्षा के लिए 12 हजार स्टूडेंट्स को शामिल करने का लक्ष्य है. प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लग रहा है. पहले के लक्ष्य को हासिल करने के लिए शिक्षा विभाग के आधिकारी और कर्मचारियों पर दबाव बनाया जाता है, जिसे लेकर बेमेतरा जिला के संकुल समन्व्यवक संघ के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार पटेल ने विरोध जताया है.
दबाव डलाकर टारगेट पूरा कराने का आरोप: इस बारे में सुरेंद्र कुमार पटेल ने कहा कि, "जिले के नवोदय विद्यालय में 12 हजार नवोदय फॉर्म भरवाने का टारगेट रखा गया है. प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से दबाव डालकर टारगेट पूरा कराया जाता है. टारगेट पूरा करने के लिए शाला त्यागी बच्चों को भी फॉर्म भरा कर टारगेट पूरा कराया जाता है. यह प्रतियोगी परीक्षा है, बच्चों को इस परीक्षा के लिए स्वतंत्र होना चाहिए. बेमेतरा के नवोदय विद्यालय की प्रिंसिपल की तरफ से अधिकारियों के माध्यम से हमारे ऊपर दबाव डाला जाता है. टारगेट को पूर्ण कराया जाता है. हम इसका विरोध करते हैं."
"हमारा उद्देश्य बच्चों को बेहतर शिक्षा देना है. हमारे ऊपर लगे आरोप निराधार हैं. हम सरकारी सेवक हैं. हम सबकी भूमिका यह होनी ही चाहिए कि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले. बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए ही नवोदय विद्यालय का यह कदम है. हमारी कोशिश होनी चाहिए कि बच्चे पलायन ना करें. ऐसे ही बच्चो के लिए नवोदय विद्यालय बनाया गया है." -लक्ष्मी सिंह, प्रिंसिपल, जवाहर नवोदय विद्यालय
प्रिंसिपल ने आरोपों को बताया निराधार: जहां एक ओर संकुल समन्यवकों ने टारगेट पूरा करने को लेकर दबाव का आरोप लगाया है. दूसरी ओर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल ने आरोपों को आधारहीन बताया है.